अहमदाबाद, 28 दिसम्बर। गुजरात के गांधीनगर में स्थित गिफ्ट सिटी से शराबबंदी हटाने के बाद राज्य सरकार बड़ी तैयारी में जुटी है। इसके तहत वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) में आने वाली दुनिया की 1000 दिग्गज कम्पनियों को गिफ्ट सिटी की सैर कराने की योजना है। ऐसे में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट से गिफ्ट सिटी को ऊंची छलांग मिलने की उम्मीद है। गिफ्ट सिटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने इसकी कल्पना की थी।
राज्य में लागू शराबबंदी कानून के बीच सरकार ने गिफ्ट सिटी में दे रखी है छूट
उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार ने राज्य में शराबबंदी लागू होने के बाद भी एक साहसिक फैसले में गिफ्ट सिटी में शराब के सेवन को स्वीकृति प्रदान की है, ताकि गिफ्ट आर्थिक और तकनीकी गतिविधियों का केंद्र बनकर उभर सके। गिफ्ट सिटी के प्रबंध निदेशक और समूह सीईओ तपन रे ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना के अनुसार तीन शहरों की अवधारणा पर आधारित गिफ्ट सिटी न केवल गुजरात बल्कि देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करती है। इन तीन शहरों में अहमदाबाद, गांधीनगर और गिफ्ट सिटी हैं। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात के सभी रोड शो में गिफ्ट सिटी न केवल गुजरात बल्कि पूरे भारत के भविष्य का प्रतिनिधित्व कर रही है।
भारत का पहला स्मार्ट शहर है गिफ्ट सिटी
राज्य सरकार का मानना है कि गिफ्ट सिटी से बैंकिंग, वित्त, आईटी और आईटीईएस, फिनटेक, पूंजी बाजार, बीमा, वाहन, इंजीनियरिंग, फार्मास्युटिकल्स, ई-कॉमर्स, जहाज तथा विमान पट्टा और सहायक सेवाएं जैसे क्षेत्रों में शामिल व्यवसायों और सेवाओं को मदद मिलेगी।
गांधीनगर में स्थित गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) 886 एकड़ क्षेत्र में फैली है। यह अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग, बीमा तथा पूंजी बाजार के लिए बुनियादी ढांचे के साथ भारत का पहला परिचालन वाला स्मार्ट शहर है। इसमें 1.57 अरब अमेरिकी डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता और 10,000 पेशेवरों का कार्यबल है।
दुनिया के बड़े देश गिफ्ट आईएफएससी में निवेश के इच्छुक
वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) का आयोजन गांधीनगर में 10 से 12 जनवरी 2024 के बीच किया जा रहा है। एक सरकारी बयान में कहा गया कि वीजीजीएस में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए छह अंतरराष्ट्रीय और आठ घरेलू रोड शो हुए हैं तथा प्रतिनिधिमंडल दौरों के जरिए 1,000 से अधिक कम्पनियों के साथ संपर्क किया गया है। बयान के मुताबिक, इन बैठकों के दौरान यूएई, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और अमेरिका जैसे देशों की विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों ने गिफ्ट आईएफएससी में निवेश के अवसर तलाशने में दिलचस्पी दिखाई।
पीएम मोदी ने हाल में अपने भाषण में कहा था कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में एक है और फिनटेक में देश की ताकत गिफ्ट आईएफएससी के साथ जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि गिफ्ट सिटी में वैश्विक फिनटेक दुनिया का प्रवेश द्वार बनने की क्षमता है। उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार गिफ्ट सिटी को नए युग का वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाना चाहती है।