नई दिल्ली, 3 अप्रैल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘मोदी सरनेम’ को लेकर मानहानि के एक मामले में सोमवार को सूरत की सत्र अदालत से जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि इस संघर्ष में सत्य ही उनका हथियार है।
राहुल गांधी ने हिन्दी में ट्वीट किया, “यह ‘मित्रकाल’ के खिलाफ, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा हथियार है, और सत्य ही मेरा आसरा!” यहां मित्रकाल से उनका आशय पीएम मोदी और क्रोनी कैपिटलिस्टों के बीच मित्रता से है। कांग्रेस यह आरोप लगाती रही है कि मोदी सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा! pic.twitter.com/SYxC8yfc1M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 3, 2023
सूरत की अदालत ने राहुल की जेल की सजा पर भी लगाई रोक
इस बीच मानहानि केस में राहुल गांधी को जमानत देने के साथ कोर्ट ने उनकी दो वर्ष की जेल की सजा पर तब तक के लिए रोक लगा दी गई, जब तक कि अदालत सूरत के सीजेएम कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली उनकी अपील पर फैसला नहीं ले लेती।
इस मामले में अब अगली सुनवाई 13 अप्रैल को है। राहुल गांधी को दी गई दो वर्ष की जेल की सजा के कारण संसद से उनकी सदस्यता को भी अयोग्य ठहरा दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली में सरकार द्वारा आवंटित लुटियन बंगले को 22 अप्रैल तक उनसे खाली करने को कहा गया है।