बेंगलुरु, 3 सितम्बर। चंद्रयान-3 मिशन के अहम अंग प्रज्ञान रोवर ने अपना असाइनमेंट पूरा कर लिया है अब उसे स्लीप मोड में डाले जाने के सुरक्षित ढंग से पार्क कर दिया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने यह जानकारी साझा की है। इसके अलावा एपीएक्सएस और एलआईबीएस पेलोड्स को भी बंद कर दिया गया है। इसरो के मुताबिक इन पेलोड्स में दर्ज सभी डेटा लैंडर के जरिए पृथ्वी पर ट्रांसमिट किया जा चुका है।
बैटरी पूरी तरह से है चार्ज
इसरो ने आगे की योजना बताई कि फिलहाल रोवर प्रज्ञान की बैटरी पूरी तरह से चार्ज है। इसके साथ ही रोवर के सोलर पैन को इस तरह से सेट कर दिया गया है कि जब 22 सितम्बर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर फिर से सूरज की रोशनी पड़े तो यह उसे ग्रहण कर सके।
इसरो ने यह उम्मीद जताई है कि रोवर प्रज्ञान अपने अगले असाइनमेंट के लिए सफलतापूर्वक जागने में कामयाब रहेगा। इसके बाद यह मिशन से जुड़े अपनी बाकी गतिविधियों को अंजाम देगा। हालांकि अभी इसरो की तरफ से यह नहीं बताया गया है कि उस वक्त रोवर कौन-कौन सी जानकारियां जुटाएगा।
यदि रोवर की नींद नहीं खुली तो?
यदि तय कार्यक्रम के मुताबिक रोवर एक्टिव नहीं हो पाता है तो इस हाल में क्या होगा, इसके बारे में भी इसरो ने जानकारी दी है। इसरो ने बताया है कि यदि किसी कारणवश, अगले सूर्योदय पर रोवर की नींद नहीं खुल पाती है। वह ऐक्टिव नहीं हो पाता है तो उस हालत में यह भारत के चंद्र राजदूत की तरह हमेशा के लिए वहां मौजूद रहेगा।
गौरतलब है कि 23 अगस्त को भारत ने चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कराई थी। भारत चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा और दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था।