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दिल्ली टेस्ट : कैंपबेल व होप के शतकीय प्रहारों के बाद आखिरी जोड़ी भी अड़ी, टीम इंडिया का ‘क्लीन स्वीप’ प्लान पांचवें दिन पर खिसका

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नई दिल्ली, 13 अक्टूबर। सीरीज में पहली बार भारतीय गेंदबाजों के सामने अड़ियल रुख दिखाने वाले वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने दूसरे व अंतिम टेस्ट में लगातार दूसरे दिन दृढ़प्रतिज्ञ बल्लेबाजी की। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि ओपनर जॉन कैंपबेल (115 रन, 199 गेंद, 265 गेंद, तीन छक्के, 12 चौके) और शाई होप (103 रन, 214 गेंद, 286 मिनट, दो छक्के, 12 चौके) के शतकीय प्रहारों के बाद अंतिम जोड़ी भी मजबूत भागीदारी कर बैठी। फिलहाल इसका असर इतना ही हुआ कि विशाल स्कोर के समक्ष फॉलोऑन पर बाध्य कैरेबियाई टीम पारी की हार बचा ले गई और टीम इंडिया का ‘क्लीन स्वीप’ प्लान पांचवें व आखिरी दिन पर धकेल दिया।

गिल एंड कम्पनी जीत से अब सिर्फ 58 रन दूर

इस क्रम में 270 से पिछड़े मेहमानों की दूसरी पारी 118.5 ओवरों में 390 रनों पर समाप्त हुई और मेजबानों ने 121 रनों के विजय लक्ष्य के सामने पिछली पारी के शतकवीर यशस्वी जायसवाल (आठ रन, सात गेंद, दो चौके) का विकेट दूसरे ही ओवर में खोने के बाद 63 रनों के स्कोर पर चौथे दिन का समापन किया। स्टंप्स के वक्त केएल राहुल (नाबाद 25 रन, 54 गेंद, दो चौके) व साई सुदर्शन (नाबाद 30 रन, 47 गेंद, पांच चौके) क्रीज पर थे और उनकी टीम जीत से 58 रनों के फासले पर थी। शुभमन गिल एंड कम्पनी अब अरुण जेटली स्टेडियम में मंगलवार को पहले सत्र में ‘क्लीन स्वीप’ की औपचारिकता पूरी करेगी।

4711 दिनों बाद टीम इंडिया को ऐसा क्षण देखना पड़ा

वैसे कुल मिलाकर देखें तो टीम इंडिया को 4711 दिनों बाद ऐसे क्षण से गुजरना पड़ा। यानी विपक्षी टीम को फॉलोऑन पर बाध्य करने के बाद भारत को जीत के लिए चौथी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा। ऐसा विराट कोहली और रोहित शर्मा के दौर में भी नहीं हुआ था।

21वीं सदी में दूसरी बार विपक्षी को फॉलोऑन कराने के बाद चौथी पारी में उतरा भारत

भारत ने टेस्ट मैचों में अब तक 41 बार विपक्षी टीमों को फॉलोऑन कराया है और उनमें सिर्फ चार बार उसे चौथी पारी में बल्लेबाजी करनी पड़ी है। दिलचस्प यह है कि 21वीं सदी में सिर्फ दूसरी बार आज ऐसा दृश्य दिखा। इसके पहले नवम्बर 2012 (15-19 नवम्बर) में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली राष्ट्रीय टीम ने अहमदाबाद टेस्ट में इंग्लैंड को फॉलोऑन खेलने पर बाध्य किया था, लेकिन पांचवें दिन उसे 80 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत नसीब हुई थी।

कैंपबेल का पहला टेस्ट शतक, होप के साथ 177 रनों की भागीदारी

खैर, चौथे दिन के खेल पर नजर डालें तो पिछली शाम के दोनों नाबाद बल्लेबाजों – कैंपबेल व होप ने 138 रनों की अपनी अटूट भागीदारी के जरिए 2-173 से वेस्टइंडीज की दूसरी पारी आगे बढ़ाई और 14 ओवरों तक भारतीय गेंदबाजों की परीक्षा ली। इस क्रम में कैंपबेल ने, जो तीसरे दिन ही टेस्ट करिअर का सर्वोच्च स्कोर बना चुके थे, पहला शतक पूरा किया। अंततः रवींद्र जडेजा (1-102) ने दिन के 15वें ओवर में कैंपबेल को पगबाधा कर 177 रनों की भागीदारी तोड़ी।

होप के बल्ले से 8 वर्षों बाद निकला शतक

दूसरी ओर होप ने कप्तान रोस्टन चेज (40 रन, 72 गेंद, एक छक्का, चार चौके) संग लंच (3-252) निकालते हुए चौथे विकेट पर 59 रनों की साझेदारी कर दी और आठ वर्षों के अंतराल बाद उनके बल्ले से पहला और कुल तीसरा शतक भी देखने को मिल गया। हालांकि दूसरी नई गेंद पर वेस्टइंडीज ने जैसे ही पारी की हार बचाई, तभी 271 के योग पर सिराज (2-43) ने होप की पारी खत्म कर दी।

कुलदीप व बुमराह ने 18 रनों के भीतर 5 विकेट निकाले

इसके बाद कैरेबियाई बल्लेबाजी अचानक लड़खड़ाती दिखी, जब पहली पारी में पंजा जड़ने वाले कुलदीप यादव (3-104) व जसप्रीत बुमराह (3-44) ने त्वरित गति से 18 रनों की वृद्धि पर पांच बल्लेबाजों को लौटा दिया। 97वें ओवर में 311 पर नौवां विकेट गिरा तो एकबारगी लगा कि विंडीज की पारी अब जल्द खत्म हो जाएगी। उस समय मेहमान दल सिर्फ 41 रन आगे था।

ग्रीव्स व सील्ड ने आखिरी विकेट पर ठोक दिए 79 रन

लेकिन जस्टिन ग्रीव्स (नाबाद 50 रन, 85 गेंद 121 मिनट, तीन चौके) का साथ देने उतरे जाइडेन सील्स (32 रन, 67 गेंद, 82 मिनट, एक छक्का, एक चौका) भी अड़ गए। दोनों ने न सिर्फ चाय (9-361) निकाली वरन 22 ओवरों तक भारतीय गेंदबाजों को परेशान करते हुए 79 रनों की भागीदारी कर दी। फिलहाल बुमराह ने सील्स को निबटाकर मेजबानों को राहत प्रदान की।

स्कोर कार्ड

कमजोर लक्ष्य के सामने भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब पहली पारी में 175 रनों का प्रहार करने वाले यशस्वी (आठ रन, सात गेंद, दो चौके) दूसरे ही ओवर में जोमेल वारिकन की गेंद पर आसान कैच दे बैठे। फिलहाल राहुल व सुदर्शन ने बचे 17 ओवरों के खेल में अटूट 54 रनों की साझेदारी कर दी। उम्मीद की जानी चाहिए कि ये दोनों बल्लेबाज अंतिम दिन बिना पृथक हुए पहले सत्र में भारत की जीत पर अंतिम मुहर लगाएंगे।

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