पणजी, 28 मार्च। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब आम आदमी पार्टी (AAP) के गोवा प्रमुख अमित पालेकर और अन्य नेताओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी की टीम ने गुरुवार को पालेकर और अन्य तीन नेताओं से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ शुरू की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इन चारों नेताओं को समन भेजा था।
सूत्रों का दावा है कि ‘आप’ गोवा प्रमुख और अन्य से हो रही पूछताछ का मामला दिल्ली शराब घोटाले में हुई मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ा हुआ है। इसी मामले में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और कई अन्य आप नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है। दत्तप्रसाद और अशोक गोवा में भंडारी समुदाय के नेता हैं। पालेकर दोपहर 12.10 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे जबकि तीन अन्य उनसे पहले 11.15 बजे पहुंच गए थे।
ईडी दफ्तर में प्रवेश करने से पहले पालेकर ने केवल इतना कहा, ‘मुझे बुलाया गया है। वापस आने के बाद मैं आप सभी से बात करूंगा।’ लंच ब्रेक के लिए दोपहर करीब 2 बजे कार्यालय से बाहर आने के बाद पालेकर ने कहा, ‘मैं यह नहीं बता सकता कि जांच किस बारे में है। मैं जांच में शामिल हो गया हूं। वे मुझसे जो भी सवाल पूछ रहे हैं, मैं जवाब दे रहा हूं। ईडी ने मुझसे जो भी डेटा लाने को कहा है, मैं लाऊंगा…वे अपना काम कर रहे हैं, मैं एक नागरिक के रूप में अपना काम करूंगा।’
लंच ब्रेक के बाद ईडी ने ‘आप’ नेताओं से दोबारा पूछताछ शुरू की। गोवा में आम आदमी पार्टी के विधायक वेन्जी वीगास और क्रूज सिल्वा सहित ‘आप’ के कई नेता पालेकर और अन्य के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ईडी कार्यालय के बाहर मौजूद थे। वीगास ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों से बयान लेने की कोशिश की जा रही है ताकि वे केस दर्ज करा सकें और केजरीवाल को जमानत देने से इनकार कर सकें।
वीगास ने कहा, ‘AAP नेताओं के बीच भय का माहौल पैदा किया जा रहा है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खबर फैलाई गई है कि गुड फ्राइडे के दिन अधिकारी दोनों विधायकों के दरवाजे खटखटाएंगे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’ उन्होंने दावा किया कि इस ‘नौटंकी’ का उद्देश्य सिर्फ इलेक्टोरल बॉण्ड के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना था।