अमेठी, 25 अप्रैल। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से नामांकन दाखिले के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी अमेठी से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि राहुल एक मई को अमेठी से नामांकन दाखिल कर सकते हैं। पार्टी की तरफ से उनके नाम पर मुहर लगाई जा चुकी है।
अमेठी से अब तक 13 बार जीत चुकी है कांग्रेस
देखा जाए तो अमेठी सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। 1967 से हुए आम चुनावों में 13 बार कांग्रेस और दो बार भाजपा ने यहां से जीत हासिल की है। 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी लगातार यहां से जीतकर संसद पहुंचे थे। 2019 के चुनाव में भाजपा की स्मृति इरानी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। दरअसल, 2019 में राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था। केरल के वायनाड सीट से वह जीत गए थे, लेकिन अमेठी से हार मिली थी। इस बार भी वह वायनाड से चुनाव मैदान में हैं।
27 अप्रैल को हो सकता है नाम का एलान
उल्लेखनीय है कि यूपी में कांग्रेस इस बार सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। इनमें से 15 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों का एलान कर चुकी है। अमेठी और रायबरेली पर अभी प्रत्याशी नहीं घोषित हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी डॉ. सीपी राय का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस की तरफ से राहुल और प्रियंका दोनों को प्रत्याशी बनाने की मांग केंद्रीय नेतृत्व से की जा चुकी है। 27 अप्रैल तक इनके नाम का एलान किया जा सकता है।
1999 में अमेठी से जीती थीं सोनिया गांधी
अमेठी लोकसभा सीट पर 1980 में संजय गांधी ने चुनाव जीता था। इसके बाद 1984, 1989, 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जीत दर्ज की थी। 1999 में सोनिया गांधी पहली हार अमेठी से चुनाव लड़ीं और जीतीं। इसके बाद सोनिया गांधी रायबरेली से चुनाव मैदान में उतरने लगीं। वहां से वह 2004, 2009, 2014 और 2019 में लगातार सांसद चुनी गईं। 2024 उन्होंने लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला किया और अब वह राजस्थान कोटे से राज्यसभा की सदस्य बन चुकी हैं। ऐसे में चर्चा है कि प्रियंका गांधी को रायबरेली सीट से उतारा जा सकता है।