लखनऊ, 13 अप्रैल। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण के नाम पर न्यायपालिका को नजरंदाज करने का बुधवार को योगी सरकार पर आरोप लगाया है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी में भी कानून-व्यवस्था व अपराध नियंत्रण आदि के नाम पर जिस प्रकार से सरकार व पुलिस न्यायपालिका को नजरअन्दाज करके काम कर रही हैं वह द्वेषपूर्ण ही नहीं बल्कि कानून के राज का मजाक है। कानून के राज के लिए मनमानी नहीं बल्कि कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सजा सुनिश्चित होनी चाहिए।
- न्यायपालिका को नजरअंदाज करने का लगाया आरोप
बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यूपी में भी कानून-व्यवस्था व अपराध नियंत्रण आदि के नाम पर जिस प्रकार से सरकार व पुलिस न्यायपालिका को नजरअंदाज करके काम कर रही हैं। वह द्वेषपूर्ण ही नहीं बल्कि कानून के राज का मजाक है। कानून के राज के लिए मनमानी नहीं बल्कि कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सजा सुनिश्चित होनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि पहले राजस्थान तथा फिर उसके बाद खासकर मध्य प्रदेश व गुजरात आदि राज्यों में जिस प्रकार से शान्ति एवं सौहार्द बिगाड़ने वाली हिंसक घटनाएं हुई हैं और जिसके बाद सरकार द्वारा प्रथमदृष्टया बदले की कार्रवाई की गई है वह सही कदम नहीं. क्या इसी प्रकार के उदाहरणों से ’नया भारत’ बनेगा?
बता दें कि रामनवमी पर देश के 10 राज्यों में हिंसा, पथराव और आगजनी की घटना हुई। दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, गोवा, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में साम्प्रदायिक तनाव देखने को मिला। देश के इन राज्यों में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है।