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कारोबार : 38 दिनों बाद डॉलर के मुकाबले 36 पैसे की मजबूती से बंद हुआ रुपया, शेयर बाजार में दिखी तेजी

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मुंबई, 13 सितम्बर। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 36 पैसे की मजबूती के साथ 79.17 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। लगभग 38 दिनों बाद यह देखने को मिला कि डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती दिखी। इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजारों में भी लगातार चौथे दिन मजबूती दिखी।

इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय इकाई ग्रीनबैक के मुकाबले 79.30 पर खुली। सत्र के दौरान दिन में इसका उच्चतम स्तर 79.03 और निचला स्तर 79.33 रहा। यह अंतत: 79.17 पर बंद हुआ, जो इसके पिछले बंद 79.53 से 36 पैसे ऊपर था।

निफ्टी 4 अप्रैल के बाद पहली बार 18,000 के पार

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स लगातार चौथे कारोबारी सत्र में अपनी तेजी जारी रखते हुए 455.95 अंक यानी 0.76 प्रतिशत के उछाल के साथ 60,571.08 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 133.70 अंक यानी 0.75 प्रतिशत की मजबूती के साथ 18,070.05 अंक पर बंद हुआ। इस साल चार अप्रैल के बाद निफ्टी ने पहली बार 18,000 अंक का आंकड़ा पार किया है।

बाजार की तेजी मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा संचालित

विश्लेषकों ने कहा कि बाजार की तेजी मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा संचालित थी। एफआईआई घरेलू शेयर बाजार में शुद्ध खरीदार बन गए हैं। कुल मिलाकर विदेशी संस्थागत निवेशकों की निरंतर जारी लिवाली और वैश्विक बाजारों में तेजी से घरेलू शेयर बाजार में लाभ दर्ज हुआ।

खुदरा निवेशकों की भागीदारी से भी बाजार को समर्थन मिला

वैसे, खुदरा निवेशकों की भागीदारी से भी बाजार को समर्थन मिला। सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, भारती एयरटेल, टाइटन और बजाज फाइनेंस प्रमुख रूप से लाभ में रहे। एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, पावर ग्रिड, एलएंडटी, आईटीसी, रिलायंस, एसबीआई के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ टीसीएस के शेयर में सबसे अधिक 0.37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

एशिया के अन्य बाजारों का मिलाजुला रुख

एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी मजबूती के साथ बंद हुआ, जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही। इस बीच लंदन में ब्रेंट क्रूड बढ़कर 95.15 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने सोमवार को 2,049.65 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।