Site icon Revoi.in

अफगानिस्तान संकट : तालिबान अब राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड के कार्यालय में काबिज, साथ में पूर्व क्रिकेटर मजारी भी

Social Share

नई दिल्ली, 20 अगस्त। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान की नजर अब वहां के खेल संस्थाओं पर जा टिकी है। इस क्रम में देश की सर्वाधिक समृद्ध खेल संस्था यानी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के काबुल स्थित कार्यालय पर भी तालिबान ने कब्जा जमा लिया है, जिसकी तस्वीर सामने आई है।

इन तालिबानी आतंकियों के साथ देश के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी भी हैं। बाएं हाथ के स्पिनर अब्दुल्लाह मजारी ने अफगानिस्तान के लिए दो वनडे मैच भी खेले हैं। इसके अलावा वह 21 प्रथम श्रेणी मैच, 16 लिस्ट ए और 13 टी20 मुकाबले भी खेले हैं। मजारी शपागीजा टी20 लीग की एक प्रतिभागी टीम काबुल ईगल्स का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं।

शेनवारी का दावा – खेल को नुकसान नहीं पहुंचेगा

इससे पहले अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने विश्व क्रिकेट को इस बात का भरोसा दिलाया था कि तालिबानी खौफ के बीच भी खेल को नुकसान नहीं पहुंचेगा। एसीबी के सीईओ हामिद शेनवारी ने यह दावा किया था कि क्रिकेट को इससे कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि तालिबान इस खेल को ‘पसंद’ करता है और इसका समर्थन करता है।

राशिद खान व मो. नबी इंग्लैंड में खेल रहे टूर्नामेंट

इस बीच अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान और मोहम्मद नबी इस समय इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट खेल रहे हैं। दोनों खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के बाकी बचे मैचों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भी खेलेंगे।

मौजूदा हालात पर बीसीसीआई की भी नजर

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी अफगानिस्तान के हालात पर निगाह बनाए रखी है और उसे उम्मीद है कि देश के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘अभी प्रतिक्रिया देना जल्दबाजी होगी, लेकिन हम नजर रखते हुए हैं। हमारे लिए कुछ भी नहीं बदला है और हम उम्मीद करते हैं कि राशिद और अफगानिस्तान के अन्य खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा होंगे।’

अफगानिस्तान को एक सितम्बर से पाकिस्तान के खिलाफ कोलंबो में तीन मैचों की एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय भी सीरीज खेलनी है। शेनवारी ने कहा कि सभी निर्धारित द्विपक्षीय सीरीज होंगी और आईपीएल में खेलने वाले तीनों खिलाड़ियों – राशिद, नबी और मुजीब को बोर्ड से एनओसी मिल गई है।

महिला क्रिकेटरों के साथ तालिबान का कैसा रहेगा आचरण

फिलहाल अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद यह देखना दिलचस्प रहेगा कि एसीबी महिला क्रिकेट के कार्यक्रमों का कैसे संचालन करता है। वर्तमान में 25 महिला क्रिकेटरों का एसीबी के साथ करार है। तालिबान ने कहा है कि वे इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे, लेकिन उन्होंने इस बात का कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है कि वे महिलाओं के खेल के साथ कैसा व्यवहार करेंगे।