काबुल, 23 अगस्त। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान के लड़ाकों को पंजशीर घाटी में करारा झटका लगा, जब विद्रोहियों ने घात लगाकर हमला किया और 300 तालिबानियों को मार गिराया और कई आतंकियों को बंदी भी बना लिया है।
बीबीसी की पत्रकार यालदा हकीम ने कुछ तालिबानियों की तस्वीर ट्वीट की है। उन्होंने लिखा – ‘तालिबान विरोधी मूवमेंट ने मुझे बताया कि ये बगलान प्रांत के अंदराब में युद्ध के दौरान बंदी बनाए गए तालिबानी कैदी हैं।’
प्राप्त जानकारी के अनुसार तालिबान ने कारी फसीहुद दीन हाफिजुल्लाह के नेतृत्व में पंजशीर पर हमला करने के लिए सैकड़ों लड़ाकों को भेजे थे, लेकिन बगलान प्रांत की अंदराब घाटी में घात लगाकर बैठे पंजशीर के विद्रोहियों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में 300 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की खबर है। इससे तालिबान का सप्लाई रूट भी ब्लॉक हो गया है।
अमरुल्लाह सालेह बोले – तालिबान ने पंजशीर के एंट्रेंस पर फोर्स लगा दी
इस बीच खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्लाह सालेह ने भी ट्वीट किया – ‘अंदराब घाटी के एम्बुश जोन में फंसने और बड़ी मुश्किल से एक पीस में बाहर निकलने के एक दिन बाद तालिबान ने पंजशीर के एंट्रेंस पर फोर्स लगा दी है। हालांकि इस बीच सलांग हाईवे को विद्रोही ताकतों ने बंद कर दिया है। ये वे रास्ते हैं, जिनसे उन्हें बचना चाहिए। फिर मिलते हैं।’
पंजशीर में 9000 सैनिक तालिबान से जंग को तैयार
दरअसल, जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण किया है, तभी से पंजशीर घाटी में विद्रोही लड़ाके एकत्र होने लगे हैं। बताया जा रहा है कि इनमें सर्वाधिक संख्या अफगान नेशनल आर्मी के सैनिकों की है। इस गुट का नेतृत्व नॉर्दन एलायंस ने चीफ रहे पूर्व मुजाहिदीन कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं। उनके साथ पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह और बल्ख प्रांत के पूर्व गवर्नर की सैन्य टुकड़ी भी है।
एंटी तालिबान फोर्स के प्रवक्ता अली मैसम नाजरी ने बताया कि राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से हजारों की संख्या में लोग पंजशीर आए हैं। पंजशीर में अहमद मसूद ने लगभग नौ हजार विद्रोही सैनिकों को इकट्ठा किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस इलाके में दर्जनों रंगरूट ट्रेनिंग एक्सरसाइज और फिटनेस प्रैक्टिस करते दिखे हैं। इन लड़ाकों के पास हम्वी जैसी गाड़ियां भी हैं।