दोहा, 19 अक्टूबर। पिछले कुछ दिनों से जारी जबर्दस्त संघर्ष के बीच अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने कतर में एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें सीमा पर जारी संघर्षों को समाप्त करने के लिए व्यापक युद्धविराम पर सहमति जताई गई है। अफगानिस्तान के प्रवक्ता ने आज यह जानकारी साझा करते हुए कतर और तुर्की का ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ निभाने के लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस ऐतिहासिक समझौते तक पहुंचने में मध्यस्थता की।
समझौते के ये अहम बिंदु
समझौते के तहत दोनों देश अब एक-दूसरे के खिलाफ कोई भी शत्रुतापूर्ण काररवाई नहीं करेंगे और न ही किसी ऐसे समूह का समर्थन करेंगे, जो पाकिस्तान सरकार पर हमले कर रहा हो। दोनों देशों ने सुरक्षा बलों, नागरिकों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने से भी बचने पर सहमति जताई।
सभी मुद्दों और विवादों को संवाद के माध्यम से हल किया जाएगा
यह समझौता दोनों पक्षों की शांति, आपसी सम्मान और मजबूत पड़ोसी संबंध बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दोबारा पुष्टि करता है। आगे सभी मुद्दों और विवादों को संवाद के माध्यम से हल किया जाएगा। समझौते के प्रभावी कार्यान्वयन और द्विपक्षीय दावों की समीक्षा के लिए भविष्य में मध्यस्थ देशों की मदद से एक तंत्र स्थापित किया जाएगा।
इससे पहले, कतर ने शनिवार को ‘तत्काल युद्धविराम’ की घोषणा की थी, जिसमें सीमा संघर्षों के बाद इसे स्थायी बनाने के लिए आगे की वार्ता की योजना बनाई गई थी। यह बैठक अफगानिस्तान के दक्षिणपूर्वी प्रांत पक्तिका में पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को किए गए हिंसक हमलों के बाद हुई, जिसमें 17 लोग मारे गए, जिनमें तीन युवा अफगान क्रिकेटर भी शामिल थे।
एयरस्ट्राइक के दौरान अर्जुन और बरमाल जिलों के आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, जिससे व्यापक जनहानि हुई। दोनों देशों ने युद्धविराम की स्थायित्व सुनिश्चित करने और पड़ोसी देशों के बीच दीर्घकालिक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए आगामी दिनों में फॉलो-अप बैठकें आयोजित करने का भी वादा किया।

