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एडीआर की रिपोर्ट से खुलासा – कांग्रेस से ज्यादा है बसपा के पास संपत्ति, भाजपा शीर्ष पर कायम

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लखनऊ, 28 जनवरी। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले सियासी दलों की संपत्ति को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की संपत्ति और देनदारियों के अपने विश्लेषण के आधार पर तैयार एडीआर की इस रिपोर्ट में कुछ दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं। मसलनदेश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के पास बहुजन समाज पार्टी से भी कम संपत्ति है।

भाजपा के पास 4,847.78 करोड़ रुपये की संपत्ति

रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 4,847.78 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ भारतीय जनता पार्टी शीर्ष पर कायम है। इसके बाद मायावती की बसपा के पास 698.33 करोड़ रुपये और कांग्रेस के पास 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति है। पार्टियों ने स्वयं अपनी संपत्ति की जानकारी दी है।

वित्तीय वर्ष 2019- 20 के दौरान का है आंकड़ा

एडीआर के विश्लेषण की मानें तो वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान सात राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति क्रमशः 6,988.57 करोड़ रुपये और 2,129.38 करोड़ रुपये थी। सात राष्ट्रीय दलों में सबसे अधिक संपत्ति भाजपा ने घोषित की थी। इसके बाद बसपा और कांग्रेस का नंबर आता है।

क्षेत्रीय दलों में सबसे अमीर है अखिलेश की समाजवादी पार्टी

वहीं, 44 क्षेत्रीय दलों में से शीर्ष 10 पार्टियों की संपत्ति 2028.715 करोड़ रुपये थी। वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी द्वारा सबसे अधिक संपत्ति 563.47 करोड़ रुपये (26.46 प्रतिशत) घोषित की गई। इसके बाद टीआरएस ने 301.47 करोड़ रुपये और अन्नाद्रमुक ने 267.61 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की।

दलों के पास फिक्स्ड डिपोजिट के रूप में इतनी है संपत्ति

वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति में फिक्स्ड डिपोजिट/एफडीआर के रूप में 1,639.51 करोड़ रुपये (76.99 प्रतिशत) दिखाए गए। वित्तीय वर्ष के लिए एफडीआर/फिक्स्ड डिपोजिट श्रेणी के तहत भाजपा और बसपा ने क्रमशः 3,253.00 करोड़ रुपये और 618.86 करोड़ रुपये जबकि कांग्रेस ने 240.90 करोड़ रुपये घोषित किए।