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‘मन की बात’ में अभिनेता अक्षय कुमार ने साझा किए फिट रहने के गुर

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नई दिल्ली, 31 दिसम्बर। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि लोगों को फिल्मी सितारों से प्रेरित ‘दिखावटी’ जीवन जीने पर नहीं बल्कि स्वस्थ जीवन जीने पर ध्यान देना चाहिए। अक्षय कुमार ने इस रेडियो प्रसारण की 108वीं कड़ी में फिटनेस पर अपने सुझाव साझा किए।

अक्षय कुमार ने लोगों के साथ अपने विचार साझा करने के लिए ‘मन की बात’ में मंच प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि मैं फिटनेस के बारे में भावुक हूं, लेकिन मैं प्राकृतिक तरीके से फिट रहने के बारे में और भी अधिक भावुक हूं। मुझे फैंसी जिम से ज्यादा तैराकी, बैडमिंटन खेलना, सीढ़ियां चढ़ना, ‘मुदगर’ के साथ व्यायाम करना, अच्छा स्वस्थ भोजन करना पसंद है…।’’

‘डॉक्टरों की सलाह पर जीवनशैली बदलें, न कि किसी फिल्म स्टार के शरीर को देखकर’

उम्र के 56 पड़ाव पार कर चुके अभिनेता ने कहा, ‘डॉक्टरों की सलाह पर अपनी जीवनशैली बदलें, न कि किसी फिल्म स्टार के शरीर को देखकर। अभिनेता अकसर वह नहीं होते हैं, जो वे स्क्रीन पर दिखाई देते हैं। कई तरह के फिल्टर और स्पेशल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है और उन्हें देखने के बाद हम अपने शरीर को बदलने के लिए शॉर्टकट का इस्तेमाल करने लगते हैं।’

फिटनेस यात्रा में शॉर्टकट लेने के बारे में भी आगाह किया

अक्षय ने श्रोताओं को अपनी फिटनेस यात्रा में शॉर्टकट लेने के बारे में भी आगाह किया। उन्होंने कहा, ‘आजकल, कई लोग स्टेरॉयड लेते हैं और छह पैक तथा आठ पैक बनाने का प्रयास करते हैं। दोस्तों, ऐसे शॉर्टकट से शरीर बाहर से तो फूल जाता है, लेकिन अंदर से खोखला ही रहता है। याद रखें कि शॉर्टकट आपके जीवन को छोटा कर सकते हैं। आपको लंबे समय तक चलने वाली फिटनेस की जरूरत है, शॉर्टकट की नहीं…।’’

उन्होंने कहा, ‘जैसे, मेरा मानना है कि शुद्ध घी, अगर सही मात्रा में खाया जाता है, तो हमारे लिए फायदेमंद है। लेकिन मैं देखता हूं कि कई लड़के और लड़कियां घी नहीं खाते क्योंकि उन्हें डर है कि वे मोटे हो सकते हैं। हमारे लिए यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारी फिटनेस के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा है।’

‘फिल्टर वाली लाइफ न जिएं, फिट लाइफ जिएं’

अभिनेता ने फिटनेस की तुलना ‘तपस्या’ से की। उन्होंने कहा, ‘‘यह इंस्टेंट कॉफी या दो मिनट के नूडल्स की तरह नहीं होना चाहिए। इस नए साल में रसायन से दूर रहना है, शॉर्टकट नहीं अपनाना है। व्यायाम, योग, अच्छा भोजन, समय पर सोना, कुछ ध्यान और सबसे महत्वपूर्ण बात…जैसा आप दिखते हो उसे खुशी से स्वीकार करो। आज के बाद, फिल्टर वाली लाइफ न जिएं, फिट लाइफ जिएं।’

‘मन की बात’ के प्रसारण के दौरान ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और शतरंज के दिग्गज विश्वनाथन आनंद ने भी अपने फिटनेस टिप्स साझा किए।

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