नई दिल्ली, 22 मई। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने उत्तर प्रदेश के पौराणिक शहर वाराणसी के गंगा घाट, मध्य प्रदेश में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और भेड़ाघाट सहित भारत के छह स्थनों को विश्व धरोहर स्थलों की अपनी संभावित सूची में शामिल किया है। संस्कृति और पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी।
प्रह्लाद पटेल ने ट्वीट किया, ‘एएसआई ने नौ स्थानों को यूनेस्को की संभावित विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल करने के लिए भेजा था। इनमें छह को अस्थायी सूची के लिए मंजूरी दी गई है।’
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में वाराणसी के गंगा घाट, मध्य प्रदेश स्थित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व व जबलपुर के भेड़ाघाट के अलावा तमिलनाडु के कांचीपुरम मंदिर, महाराष्ट्र के मराठा मिलिट्री आर्किटेक्चर और कर्नाटक के हीरे बेनाकल को शामिल किया गया है। इसके साथ ही भारत से यूनेस्को विश्व धरोहर सूची के लिए दिए गए नामों की कुल संख्या 48 हो गई है। 2019 की गाइडलाइंस के मुताबिक, किसी भी जगह को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए पहले उसे संभावित स्थलों की लिस्ट में शामिल किया जाता है।
यूपी टूरिज्म ने जारी किया गंगा घाट का एक पोस्टर
इस बीच उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य और प्रोटोकॉल मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने वाराणसी में बताया कि काशी के गले में चंद्रहार की तरह लिपटे गंगा घाटों को विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल किए जाने पर यूपी टूरिज्म ने एक पोस्टर जारी किया है। इसमें गंगा घाट की दिव्य छटा को प्रदर्शित करते हुए इस उपलब्धि को मील का पत्थर बताया गया है।
दरअसल, काशी में विश्वनाथ दरबार और गंगा की धार देश-दुनिया के आकर्षण का केंद्र है। यहां एक ओर गंगधार पर उतरतीं सूर्य की किरणें और दूसरी ओर घाटों की छटा यानी सुबह-ए-बनारस की झांकी देख सैलानी भाव विभोर हो जाते रहे हैं। संध्याकाल दशाश्वमेध घाट पर होने वाली दैनिक गंगा आरती में भी हजारों श्रद्धालु हाजिरी लगाते हैं।
अहमदाबाद देश का पहला विश्व धरोहर शहर
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर और ओरछा शहरों को यूनेस्को के विश्व धरोहर शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया था। ओरछा एक ऐसा स्थान है, जहां भगवान राम की पूजा राजा राम के रूप में होती है। इसके साथ ही गुजरात के अहमदाबाद को यूनेस्को की विश्व हेरिटेज सिटी घोषित किया जा चुका है। अहमदाबाद भारत का पहला ऐसा शहर था, जिसे विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया था।