Site icon hindi.revoi.in

सर्वे : बिहार में घट रही बेटियों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप, अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर मारे जा रहे छापे

Social Share

पटना, 28 मई। नेशनल फैमिली प्लानिंग की ओर से बिहार में कराए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि लड़कियों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है। हालांकि उसने अभी आंकड़ा जारी नही किया है। लेकिन बिहार में स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दे दी है। यह जानकारी सामने आने बाद स्वस्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

दरअसल, इस अत्याधुनिक दौड़ में महिलाएं और पुरुष हर क्षेत्र में अपना परचम एक साथ लहराते में मशगूल होते जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आज भी कुछ लोग बेटियों से ज्यादा बेटों की चाह रखते है। ऐसे में कई ऐसे लोग अल्ट्रासाउंड जांच के जरिय गर्भ में ही नवजात की ह्त्या करवा देते हैं।

अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ताला जड़ने की तैयारी

जानकारों के अनुसार गलत ढंग से चलाये जा रहे तमाम अल्ट्रासाउंड केंद्रों का बिना डॉक्टर, बिना मान्यता के परिचालन हो रहा है। ये सभी भ्रूण ह्त्या जैसे संगीन मामलों को अंजाम देते हैं, जिसे रोकने और गैर क़ानूनी उल्ट्रासाउंड सेंटरों को खंगालने में बिहार स्वास्थ्य विभाग की जांच दल टीम जुटी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर ताला जड़ने की तैयारी में जुट गई है।

पटना के सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि जिले में लगातार गैर कानूनी ढंग से चलाये जा रहे उल्ट्रासाउंड सेंटरों पर काररवाई की जा रही है। पटना बड़ा क्षेत्र है। यहां मजिस्ट्रेट के साथ मेडिकल टीम जांच दल और स्थानीय पुलिस के सहयोग से काररवाई की जा रही है।

अकेले पटना में 834 अल्ट्रासाउंड सेंटर पंजीकृत, उनमें 514 कार्यरत

पटना जिले में निबंधित 834 अल्ट्रासाउंड सेंटर रजिस्टर्ड है, जिसमे 514 के लगभग अल्ट्रासाउंड सेंटर कार्यरत हैं। इसके अलावे जांच दल की काररवाई में गैर कानूनी ढंग से संचालित जितने भी अल्ट्रासाउंड सेंटर पाए जाएंगे, उनपर क़ानूनी कारवाई कर उन्हें बंद कराया जाएगा।

Exit mobile version