नई दिल्ली, 27 जुलाई। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों ने एक तरफ जहां लगातार हंगामा जारी रखा है वहीं सांसदों के निलंबित किए जाने की भी काररवाई जारी है। इसी क्रम में बुधवार को ‘आम आदमी पार्टी’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को डिप्टी चेयरमैन की ओर से इस पूरे हफ्तेभर के लिए निलंबित कर दिया गया।
डिप्टी चेयरमैन की ओर से कहा गया कि संजय सिंह को नारेबाजी करने, पेपड़ फाड़ने और इसे चेयर की ओर से फेंकने के लिए मौजूदा पूरे हफ्ते के लिए निलंबित किया जाता है।
उधर लोकसभा में भी बुधवार को हंगामा देखने को मिला। नारेबाजी और पोस्टर लहराए जाने आदि के वाकये के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले विपक्ष के 19 सदस्यों को मंगलवार को ही मौजूदा सप्ताह के शेष समय के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। सदन से निलंबित किए गए इन 19 सदस्यों में सात तृणमूल कांग्रेस के हैं जबकि छह सदस्य द्रमुक, तीन तेलंगाना राष्ट्र समिति और दो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पाटी के हैं। एक निलंबित सदस्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के हैं।
तृणमूल कांग्रेस के सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, शांतनु सेन, अबीर रंजन विश्वास और नदीमुल हक को निलंबित किया गया है जबकि द्रमुक के निलंबित सदस्यों में एम मोहम्मद अब्दुल्ला, कनिमोझी एनवीएन सोमू, एम षणमुगम, एस क्लयाणसुंदरम, आर गिरिराजन और एन आर इलंगो शामिल हैं। टीआरएस के निलंबित किए गए सदस्यों में बी लिंगैया यादव, रविचंद्र वड्डीराजू और दामोदर राव दिवाकोंडा शामिल है। माकपा के एए रहीम और वी शिवदासन तथा भाकपा के संदोष कुमार भी निलंबित सदस्यों में शामिल हैं।
राज्यसभा के अलावा कांग्रेस के चार सदस्यों को भी चालू सत्र की शेष अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित किया जा चुका है। इस तरह संजय सिंह को मिलाकर दोनों सदनों से कुल 24 सांसद अब तक निलंबित किए जा चुके हैं। लोकसभा के कांग्रेस सदस्यों में मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन, जोतिमणि और राम्या हरिदास को संसद के पूरे मॉनसून सत्र से निलंबित किया गया है।
गौरतलब है कि 18 जुलाई से आरंभ हुए संसद के मानसून सत्र के पहले दिन से ही तमाम विपक्षी दल महंगाई और कुछ खाद्य पदार्थों पर माल और सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने के खिलाफ हंगामा कर रहे हैं। सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ का मुद्दा भी छाया हुआ है।