नई दिल्ली, 3 जून। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने ऑपेरशन सिंदूर के मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. से यह कहते हुए नाता तोड़ लिया है कि उसका गठन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए किया गया था। वहीं पार्टी ने कांग्रेस पर भी सत्तारूढ़ भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगा दिया है।
सांसद संजय सिंह ने संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए पीएम को लिखा पत्र
इसी क्रम में विपक्षी गठबंधन से हटकर AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग रखी है। मंगलवार को दिन में ही I.N.D.I.A. की बैठक में इसी मुद्दे पर बैठक कर आगे की रणनीति तय की गई थी और 16 घटक दलों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित हालात पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। लेकिन, आम आदमी पार्टी इसमें शामिल नहीं हुई थी।
‘आप’ ने ऑपरेशन सिंदूर और केंद्र सरकार की ओर से अचानक सीजफायर करने फैसले पर विशेष संसद सत्र बुलाने की मांग की है। संजय सिंह के पत्र में प्रधानमंत्री की ओर से बार-बार देश से संबंधित महत्वपूर्ण चर्चाओं से अनुपस्थित रहने और भारत की संप्रभुता व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम निर्णयों में पारदर्शिता की कमी पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है।
गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था – अनुराग ढांडा
फिलहाल विपक्षी गठबंधन की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने कहा कि इसका गठन विशेष रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए किया गया था। गठबंधन की वजह से विपक्षी दलों को 240 सीटें मिलीं, जोकि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। देश की राजनीति में सबसे बड़ा धोखा वो है, जो पर्दे के पीछे खेला जा रहा है। जनता के सामने भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे के विरोधी बनने का नाटक करते हैं, लेकिन असल में दोनों ने आपस में गुप्त गठबंधन कर रखा है।
ये गठबंधन न तो वैचारिक है और न ही सैद्धांतिक
अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी वही बोलते हैं, जो मोदी जी को राजनीतिक रूप से फायदा पहुंचाए। चाहे संसद में चर्चा हो या मीडिया की हेडलाइन, कांग्रेस का हर कदम भाजपा को लाभ देने वाला होता है और बदले में भाजपा सरकार गांधी परिवार और कांग्रेस के भ्रष्ट नेताओं को जेल जाने से बचाती है।
उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ सिर्फ़ सत्ता में बने रहने का नहीं, बल्कि देश की जनता को बेवकूफ बनाने का गठबंधन है। ये दोनों दल जनता की बुनियादी ज़रूरतों, जैसे अच्छी शिक्षा, बेहतर अस्पताल, सस्ती बिजली, स्वच्छ पानी की बात नहीं करते क्योंकि इनकी राजनीति इन मुद्दों से नहीं चलती। इनकी राजनीति झूठ, आरोप-प्रत्यारोप और नफरत पर टिकी हुई है।

