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 22000 करोड़ के प्लांट को लेकर आदित्य ठाकरे का शिंदे पर हमला – ‘गद्दार सरकार में चौथा प्रोजेक्ट भी गया’

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मुंबई, 28 अक्टूबर। गुजरात में टाटा-एयरबस सी-295 परिवहन विमान परियोजना की घोषणा के साथ ही आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर हमलावर हो गए हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर महाराष्ट्र में जो प्रोजेक्ट आने वाला था, वह पड़ोसी राज्य के पास क्यों चल गया। ठाकरे ने शिंदे सरकार पर राज्य के विकास को लेकर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने ‘राज्य के हित की रक्षा’ नहीं कर पाने को लेकर भी आलोचना की।

आदित्य ठाकरे ने सवाल पूछा, ‘क्या राज्य सरकार इसका जवाब देगी कि प्रोजेक्ट बाहर क्यों चले गए? यह चौथी परियोजना है जो महाराष्ट्र में गद्दार सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य से चली गई है। वे दावा करते हैं कि उनके पास डबल इंजन वाली सरकार है। केंद्र सरकार का एक इंजन भले ही काम कर रहा हो, लेकिन राज्य सरकार का इंजन फेल हो गया है।’

‘महाराष्ट्र के लिए नहीं, अपने लिए दिल्ली जाते हैं शिंदे’

ठाकरे ने आरोप लगाया, ‘मुख्यमंत्री शिंदे आए दिन दिल्ली जाते हैं, लेकिन वे वहां अपने लिए जाते हैं न कि महाराष्ट्र के लिए। मैंने उन्हें कभी यह कहते नहीं सुना कि टाटा-एयरबस परियोजना को महाराष्ट्र में आना चाहिए था। वेदांता फॉक्सकॉन, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क और अब टाटा एयरबस समेत परियोजनाएं गुजरात चली गई हैं।’

भाजपा ने ठाकरे सरकार पर लगाया आरोप

इस बीच महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से आदित्य ठाकरे के आरोप पर पलटवार किया गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि पिछली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार ने प्रस्तावित परियोजना को लेकर कोई कदम नहीं उठाया। इसी साल सितम्बर में सीएम शिंदे के वफादार माने जाने वाले उदय सामंत ने कहा था कि टाटा-एयरबस विमान निर्माण परियोजना महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में नागपुर के पास आएगी। सामंत वर्तमान में उद्योग मंत्री हैं।

पीएम मोदी रविवार को रखेंगे आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वायु सेना के लिए सी-295 परिवहन विमान के उत्पादन को लेकर गुजरात के वडोदरा में एक विनिर्माण सुविधा की आधारशिला रखेंगे। यूरोपीय कम्पनी एयरबस और भारतीय समूह टाटा के एक कंसोर्टियम (संघ) द्वारा इन विमानों का उत्पादन किया जाएगा। घरेलू एयरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। परियोजना की घोषणा करते हुए रक्षा सचिव अजय कुमार ने बृहस्पतिवार कहा कि यह विनिर्माण सुविधा विमान के निर्यात के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के लिए अतिरिक्त ऑर्डर को पूरा करेगी।

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