श्रीनगर, 14 जून। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए आधार कार्ड का सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। राज्य प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अमरनाथ यात्रा करने के इच्छुक तीर्थयात्रियों को अपना आधार कार्ड जमा करना होगा अथवा स्वेच्छा से आधार कार्ड का प्रमाणीकरण कराना होगा।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में लिखा है, ‘जम्मू और कश्मीर सरकार केंद्र सरकार की पूर्व स्वीकृति के साथ ही यह अधिसूचित करती है कि तीर्थयात्री अमरनाथजी की यात्रा करने के इच्छुक हैं, उन्हें आधार प्रमाण देना होगा। आधिकारिक गजट में इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से तीर्थयात्रा तक यह नियम लागू रहेगा।’
अधिसूचना में यह भी लिखा गया है कि सभी तीर्थयात्रियों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा। दरअसल, दो वर्ष बाद आम जनता के लिए खोली गई यह यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 11 अगस्त को समाप्त होगी।
इस वर्ष 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र द्वारा गंभीर प्रतिबंध लगाने के बाद 2019 में एहतियात के तौर पर यात्रा को कम कर दिया गया था। COVID-19 महामारी के कारण यात्रा के केवल अनुष्ठानिक पहलुओं को 2020 और 2021 में आयोजित किया गया था। इस वर्ष की तीर्थयात्रा में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है।