पटना, 27 अक्टूबर। बिहार में शिक्षा विभाग के कारनामे को लेकर फिर विवाद उठ खड़ा हुआ है। इस बार सरकारी स्कूलों में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम यानी मुसलमानों से संबंधित पूरे 10 सवाल पूछे गए।
दरअसल, मुंगेर में अक्टूबर माह की नौवीं कक्षा परीक्षा ली जा रही है। गुरुवार को बच्चों ने संस्कृत की परीक्षा दी। इस दौरान संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से संबंधित पूरे 10 सवाल पूछे गए –
- ‘इफ्तार’ क्या होता है?
- रोजा किस समय खोला जाता है? क्या देखकर खोला जाता है?
- फितरा किसे कहते हैं?
- ईद में क्या-क्या पकवान बनता है?
- ईद कैसा पर्व है?
- जकात किसे कहा जाता है?
- मुसलमानों का सर्वोत्तम पर्व कौन है?
- ईद में कौन सा पकवान प्रसिद्ध है?
- ईद में क्या-क्या होता है?
- ईद पर्व क्या संदेश देता है?
मुंगेर से भाजपा के विधायक प्रणव कुमार ने उठाया सवाल
ऐसे में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम पर सवाल पूछे जाने पर सवाल उठ रहे हैं। मुंगेर से भाजपा के विधायक प्रणव कुमार ने कहा है कि बिहार सरकार छात्रों के भविष्य साथ खिलवाड़ कर रही है। हिन्दू धर्म और संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
शिक्षा विभाग बोला – सारे प्रश्न सिलेबस के अनुसार पूछे गए
प्रणव कुमार ने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठायेंगे। उधर, शिक्षा विभाग ने कहा है कि सारे सवाल सिलेबस के मुताबिक ही पूछे गए हैं। संस्कृत के सिलेबस में ईद महोत्सव पाठ शामिल है। उससे ही सवाल पूछे गए हैं।