पटना, 28 मई। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होने की पुरजोर कोशिश कर रहे देशभर के विपक्षी दलों की महा बैठक पटना में 12 जून हो सकती है। हालांकि अब तब इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता की मजबूती के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस क्रम में नीतीश और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार विपक्षी दल के नेताओं से मिलते रहे हैं। वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, वामदल के नेता डी राजा और सीताराम येचुरी, महाराष्ट्र में शरद पवार और उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन सहित विपक्षी दलों के कई नेताओं से मिले और भाजपा के खिलाफ एक मंच पर आने की अपील की है।
करीब 2 दर्जन दलों के नेताओं के महा बैठक में शामिल होने की संभावना
ऐसे में सवाल उठ रहा था कि आखिर विपक्षी दल कब एक मंच पर दिखेंगे? लेकिन अब इस सवाल का जवाब मिलता दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार 12 जून को विपक्षी दलों की बैठक पटना में होने वाली है। लेकिन पटना में कहां यह बैठक होगी, अब तक इसकी जानकारी आधिकारिक रूप से नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि करीब दो दर्जन दल के नेता इस महा बैठक में शामिल हो सकते हैं। इस दौरान आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। मिशन 2024 को लेकर विपक्ष अपनी एकता को प्रदर्शित करेगा।
जदयू दफ्तर पर लगे नारे – ‘देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो’
इस बीच जदयू प्रदेश कार्यालय में दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक दफ्तर पहुंच गए, जहां उनके स्वागत में खड़े पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया, ‘देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो’। इस नारे को सुनकर मुख्यमंत्री भी फूले नहीं समा रहे थे और उनकी खुशी उनके चेहरे से झलक रही थी। मुख्यमंत्री ने गाड़ी के भीतर से ही हाथ हिलाकर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया और मुस्कुराते हुए आगे की तरफ निकल गए।