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गणतंत्र दिवस परेड : कर्तव्य पथ पर यूपी की झांकी में दिखी महाकुम्भ की झलक

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नई दिल्ली, 26 जनवरी। देश आज 76वें गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा हुआ है। गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में विभिन्न राज्यों की झांकियां निकाली गईं। गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी की थीम महाकुम्भ पर आधारित रही, जो स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास की भव्यता को प्रदर्शित करती है, इसे विश्व स्तर पर मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त है।

उत्तर प्रदेश की महाकुम्भ वाली झांकी में समुद्र मंथन और कलश से निकलते अमृत को दिखाया गया। देवता और राक्षसों में मंथन को दिखाया गया। साथ ही ऋषि-मुनियों की मूर्तियां भी झांकी में देखने को मिली।

16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झाकियां निकाली गईं

उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झाकियां निकाली गईं जबकि विभिन्न विभागों और मंत्रालयों को भी झांकियों में स्थान मिला। यूपी के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुम्भ 26 फरवरी तक चलेगा। त्रिवेणी संगम में अब तक करीब 11.47 करोड़ श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। यूपी सरकार का दावा है कि इस बार महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ लोग स्नान करेंगे।

बिहार की झांकी आकर्षण का केंद्र

परेड के दौरान बिहार की झांकी प्रदर्शित की गई। बिहार की झांकी राज्य की ज्ञान और शांति की समृद्ध परंपराओं का जश्न मनाती दिखती है। झांकी में भगवान बुद्ध को ध्यानमग्न धर्मचक्र मुद्रा में दिखाया गया है, जो शांति और सद्भाव का प्रतीक हैं।

दिल्ली और पश्चिम बंगाल की झांकी में क्या दिखा?

दिल्ली की झांकी भारत के लोगों की सामूहिक आकांक्षाओं का प्रतीक है। पश्चिम बंगाल की झांकी राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, वास्तुकला उत्कृष्टता और कलात्मक परंपराओं को प्रदर्शित करती है।

मध्य प्रदेश की झांकी में कूनो राष्ट्रीय उद्यान के चीतों का जिक्र

मध्य प्रदेश की झांकी प्रदर्शित की गई। झांकी में श्योपुर जिले में कूनो नदी के तट पर स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों के सफल पुनरुत्पादन को दर्शाया गया।

गुजरात और पंजाब के दिखे रंग

परेड में गुजरात और पंजाब के रंग भी दिखाई दिए। पंजाब की झांकी इसकी उत्कृष्ट जड़ाऊ डिजाइन कला और समृद्ध हस्तशिल्प का जश्न मनाती है। इसमें जड़ाऊ डिज़ाइनों का एक जटिल चित्रण है, जिसकी शुरुआत सुंदर रूप से सजी बैलों की जोड़ी से होती है, जो राज्य की कृषि विरासत का प्रतीक है।

वायुसेना के विमानों ने किया फ्लाइपास्ट

भारतीय वायुसेना के विमानों ने भी कर्तव्य पथ परेड के दौरान फ्लाइपास्ट किया। इस फ्लाइपास्ट में 40 विमान, 22 लड़ाकू विमान और 11 ट्रांसपोर्ट विमान, सात हेलीकॉप्टर शामिल हुए।

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