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टोक्यो पैरालंपिक : भाविनाबेन टेबल टेनिस के फाइनल में, स्वर्ण पदक से एक कदम दूर

टोक्यो पैरालंपिक : भाविनाबेन टेबल टेनिस के फाइनल में, स्वर्ण पदक से एक कदम दूर

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टोक्यो, 28 अगस्त। अहमदाबाद की भाविनाबेन पटेल ने यहां टोक्यो पैरालंपिक खेलों की टेबल टेनिस स्पर्धा में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया है। उन्होंने शनिवार को महिला एकल क्लास 4 वर्ग के सेमीफाइनल में चीन की झांग मियाओ को 3-2 (7-11, 11-7, 11-4,  9-11, 11-8) से मात दी और स्वयं को स्वर्ण पदक से एक कदम के फासले पर ला खड़ा किया।

वैसे तो 34 वर्षीया भाविनाबेन ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के साथ ही इतिहास रच दिया था क्योंकि अंतिम आठ का सफर तय करने वाली वह पहली भारतीय पैडलर थीं। लेकिन अब वह गोल्ड मेडल जीतकर एक और अध्याय लिखने के लिए तत्पर हैं।

पीएम मोदी ने भाविना को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फाइनल में प्रवेश पर भाविना पटेल को बधाई दी, उन्होंने लिखा –  ‘पूरा देश कल आपकी सफलता की कामना करेगा।’

ह्वीलचेयर पर खेलने वाली भाविना ने पहला गेम गंवा दिया, लेकिन बाद में दोनों गेम जीतकर शानदार वापसी की। तीसरा गेम जीतने में उन्हें चार मिनट ही लगे। चौथे गेम में चीनी खिलाड़ी ने फिर वापसी की, लेकिन निर्णायक पांचवें गेम में पटेल ने रोमांचक जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया। दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी झांग के खिलाफ भाविना की यह पहली जीत थी। दोनों इससे पहले 11 बार एक-दूसरे से खेल चुकी हैं।

फाइनल में एक अन्य चीनी पैडलर झाउ यिंग से होगी टक्कर

फाइनल में प्रवेश के बाद भाविना ने कहा, ‘मैंने सेमीफाइनल में चीनी खिलाड़ी को हराया है। अगर आप चाह लें तो कुछ भी असंभव नहीं होता।’ मेहसाणा की भाविना पटेल अब खिताबी मुकाबले में 29 अगस्त को उतरेंगी, जहां उनका सामना चीन की झाउ यिंग से होगा, जिन्होंने ग्रुप के पहले ही मैच में भारतीय खिलाड़ी को मात दी थी। यह मैच भारतीय समयानुसार सुबह 7.15 बजे शुरू होगा।

भाविना बोलीं – मैं फाइनल के लिए मानसिक रूप से तैयार

देखा जाए तो एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। 12 माह की उम्र में पोलियो की शिकार हुई भाविना ने कहा, ‘जब मैं यहां आई, तो मैंने सिर्फ अपना शत प्रतिशत देने के बारे में सोचा था। अगर ऐसा कर सकी तो पदक अपने आप मिलेगा। मैंने यही सोचा था। मैं अपना 100 फीसदी प्रदर्शन कर रही हूं। मैं फाइनल के लिए मानसिक रूप से तैयार हूं।’

भाविना के पिता हसमुखभाई पटेल ने कहा, ‘मैं आज बहुत खुश हूं। भाविना निश्चित रूप से स्वर्ण पदक जीतने जा रही है। वह पिछले 20 वर्षों से टेबल टेनिस खेल रही है।’

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