हैदराबाद, 26 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के तहत तेलंगाना में जो उम्मीदवार चुनावी मैदान मैं हैं, उनमें आठ प्रत्याशियों के पास 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति हैं और चेवेल्ला से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी 4568 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवार हैं।
विश्वेश्वर रेड्डी की कुल संपत्ति 4568 करोड़ रुपये
दरअसल, तेलंगाना के आठ लोकसभा उम्मीदवारों ने अपने परिवार की चल और अचल संपत्ति सहित 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।
राज्य के 3 सबसे अमीर उम्मीदवार अकेले चेवेल्ला से हैं
दिलचस्प यह है कि तेलंगाना में तीन सबसे अमीर उम्मीदवार चेवेल्ला निर्वाचन क्षेत्र से ही हैं। इनमें भाजपा उम्मीदवार विश्वेश्वर रेड्डी के प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रेड्डी 435.33 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं।
रंजीत रेड्डी की देनदारियां 23 करोड़ रुपये हैं। उनके परिवार के पास 294.33 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है जबकि अचल संपत्ति 141 करोड़ रुपये की है। वहीं चेवेल्ला से बीआरएस उम्मीदवार कासनी ज्ञानेश्वर राज्य के तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उनकी कुल संपत्ति 228.46 करोड़ रुपये है।
हैदराबाद की भाजपा प्रत्याशी माधवी लता 218.38 करोड़ की मालकिन
हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के माधवी लता की, जो एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से मुकाबला करेंगी, कुल संपत्ति 218.38 करोड़ है। इसमें परिवार के स्वामित्व वाली संपत्ति भी शामिल है। उन पर 27 करोड़ की देनदारियां हैं। कांग्रेस ने हैदराबाद से समीर वलीउल्लाह को मैदान में उतारा है।
100 करोड़ से अधिक की संपत्ति घोषित करने वाले अन्य उम्मीदवार
- खम्मम लोकसभा क्षेत्र से बीआरएस उम्मीदवार नामा नागेश्वर राव ने कुल संपत्ति 155.89 करोड़ रुपये घोषित की है।
- जहीराबाद क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बीबी पाटिल की पारिवारिक संपत्ति 151.68 करोड़ रुपये है।
- तेलंगाना के जहीराबाद से बीआरएस उम्मीदवार कामी मल्लेश ने अपनी और अपने परिवार की कुल संपत्ति 145.33 करोड़ रुपये घोषित की है।
- निजामाबाद से पार्टी के विधायक और भाजपा सांसद डी. अरविंद ने कुल संपत्ति 109.89 करोड़ घोषित की है। उनकी कुल देनदारियां 30.67 करोड़ की हैं।
गौरतलब है कि तेलंगाना में लोकसभा की सभी 17 सीटों के लिए मतदान 13 मई को होगा। नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीआरएस ने नौ सीटें जीती थीं। वहीं भाजपा ने चार सीटें जीती थीं।