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यूपी में 7 विपक्षी सांसद आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे, दोषी पाए गए तो छिन सकती है सदस्यता

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लखनऊ, 11 जून। बीते लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले उत्तर प्रदेश के सात विपक्षी सांसद विभिन्न आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और यदि दोष सिद्धि के बाद उन्हें दो वर्ष से ज्यादा की सजा मिली तो उनकी सदस्यता छिन सकती है।

आपराधिक मुकदमों में उलझे हैं इंडी गठबंधन के 6 माननीय

इन सात सांसदों में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के छह माननीय – अफजाल अंसारी (गाजीपुर, सपा), धर्मेंद्र यादव (आजमगढ़, सपा), बाबू सिंह कुशवाहा (जौनपुर, सपा), रामभुआल निषाद (सुल्तानपुर, सपा), वीरेंद्र सिंह (चंदौली, सपा) व इमरान मसूद (सहारनपुर, कांग्रेस) शामिल हैं। सातवें सांसद हैं आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद, जो पश्चिम उत्तर प्रदेश की नगीना सीट जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन सांसदों को उनके चल रहे आपराधिक मामलों में दोषी ठहराया जाता है, तो वे अपनी संसद सदस्यता खो देंगे। इनमें सबसे उल्लेखनीय नाम गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी का है, जो गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं। मुख्तार की इस वर्ष की शुरुआत में मौत हो गई थी।

अफजाल अंसारी की 4 साल की सजा पर हाई कोर्ट का स्थगनादेश है

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अफजाल अंसारी को गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में पहले ही चार साल की सजा सुनाई जा चुकी है। हालांकि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनकी सजा पर रोक लगा दी थी, जिससे उन्हें आम चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गई। हालांकि, जुलाई में जब अदालत खुलेगी, तब मामले की सुनवाई होगी। यदि अदालत उनकी सजा बरकरार रखती है, तो वह अपनी संसद सदस्यता खो देंगे।

धर्मेंद्र यादव के खिलाफ 4 आपराधिक मामले लंबित

आजमगढ़ के सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के खिलाफ भी चार आपराधिक मामले लंबित हैं, और यदि उन्हें दो वर्ष से अधिक की सजा सुनाई जाती है, तो वे भी अपनी लोकसभा की सदस्यता खो देंगे। उनके अलावा जौनपुर के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ एनआरएचएम घोटाले से संबंधित 25 मामले दर्ज हैं। यह घोटाला मायावती के मुख्यमंत्रित्व काल में हुआ था।

बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ NRHM घोटाले से संबंधित 25 मामले 

सुल्तानपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मेनका गांधी को हराकर जीतने वाले रामभुआल निषाद आठ मामलों में आरोपित हैं, जिनमें से एक गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज है। इसी तरह, वीरेंद्र सिंह (चंदौली से सांसद) और इमरान मसूद (सहारनपुर से सांसद) के खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। इन सांसदों के खिलाफ दर्ज मामलों में कई तरह के अपराध शामिल हैं, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, धमकी और गैंगस्टर एक्ट की धाराएं, जिसके लिए दो साल से अधिक की जेल हो सकती है।

अतीत में यूपी के कई सांसदों की सदस्यता जा चुकी है

अतीत में कई सांसदों को आपराधिक मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद संसद की सदस्यता से हाथ धोना पड़ा है। मोहम्मद आजम खान, खब्बू तिवारी, विक्रम सैनी और अशोक चंदेल इनमें से कुछ नेता थे। उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने कुल 36 सीटें जीतीं, जिनमें भाजपा ने अकेले 33 सीटें जीतीं। वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से मिलकर बने I.N.D.I.A. ब्लॉक ने 43 सीटें जीतीं।