इंदौर, 1 सितम्बर। मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरुवार को एक हतप्रभ कर देने वाला दृश्य देखने को मिला, जब एक निजी कम्पनी में काम करने वाले सात कर्मचारियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। उन्होंने अचानक नौकरी से निकाले जाने के चलते यह बड़ा कदम उठाया। फिलहाल सभी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
आत्महत्या की कोशिश करने वालों में जमनाधर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया, शेखर वर्मा शामिल हैं। घटना के बाद से कम्पनी मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा लापता हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
अजमेरा वायर कम्पनी के हैं सभी कर्मचारी
इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र की अजमेरा वायर कम्पनी है, जो मॉड्यूलर किचन का सामान बनाने का काम करती है। यहां पर 15 से 20 कर्मचारी काम करते हैं। वहीं कम्पनी के एक कर्मचारी ने बताया कि दो दिन पहले मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा ने सात कर्मचारियों को अचानक काम से बाहर निकाल दिया, जिससे वे नाराज हो गए। दरअसल, इन सभी को अचानक यह कहकर कम्पनी से निकाल दिया गया कि अब कम्पनी में उनके लिए कोई काम नहीं है। उक्त सातों कर्मचारी पिछले 20 वर्षों से इसी कम्पनी में काम कर रहे थे।
डिप्रेशन में आकर उठाया यह कदम
अचानक कम्पनी से निकाले जाने से सभी डिप्रेशन में आ गए। परिणामस्वरूप आज सुबह वे सभी कम्पनी के गेट पर पहुंचे और वहां सभी ने एक साथ जहर खा लिया, इससे वहां हड़कम्प की स्थिति उत्पन्न हो गई। साथी कर्मचारियों ने सभी को एमवाय अस्पलात में भर्ती कराया है, जहां सभी की जान खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को हुई तो आला-अधिकारी मौके पर पहुंच गए। फिलहाल मामले की तफ्तीश जारी है।
पिछले 7 माह से कम्पनी बंद और कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला था
इस मामले के जांच अधिकारी अजय सिंह कुशवाहा ने बता कि कम्पनी में 20 कर्मचारी काम करते हैं और बीते सात महीनों से कम्पनी का काम बंद था। कर्मचारियों को मालिक ने सात महीने का वेतन भी नहीं दिया था और सातों कर्मचारियों को बाणगंगा स्थित उनकी दूसरी फैक्ट्री में काम करने के लिए शिफ्ट कर दिया, जिसके कारण सभी ने जहर खा लिया। जांच अधिकारी सिंह ने कहा कि सभी कर्मचारियों का इलाज चल रहा है, जिसके चलते पुलिस उनके बयान नहीं ले पाई है। सबका बयान होने के बाद पुलिस आगे की काररवाई करेगी।