चंडीगढ़, 19 सितम्बर। पंजाब के मोहाली स्थित प्राइवेट चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में लगभग 60 छात्राओं के नहाते समय बनाए गए एमएमएस और आपत्तिजनक वीडियो वायरल मामले में सोमवार को मोहाली के खरड़ की एक अदालत ने आरोपितों को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया है।
आरोपित छात्रा, उसके ब्वॉयफ्रेंड सनी मेहता और उनके तीसरे सहयोगी रंकज को अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस ने पूछताछ के लिए तीनों आरोपितों की रिमांड मांगी। अब तीनों आरोपितों से पुलिस सात दिनों तक पूछताछ करेगी। वहीं तीनों के मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रिक उपकरणों को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है।
एमबीए की आरोपित छात्रा को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी परिसर से गिरफ्तार किया गया था। वहीं उसके ब्वॉयफ्रेंड को पुलिस ने रविवार को हिमाचल प्रदेश से पकड़ा। रविवार शाम पर्वतीय राज्य से 31 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति रंकज को भी पकड़ा गया और इसके बाद दोनों को पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया गया था।
24 सितम्बर तक यूनिवर्सिटी बंद, दो वार्डेन भी निलंबित
इस बीच चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विवाद के बाद 24 सितम्बर तक गैर-शिक्षण दिवस की घोषणा की गई है। यानी छह दिनों तक कक्षाएं स्थगित रहेंगी। इस घोषणा के बाद कई छात्रों को अपने घरों को लौटते देखा गया। कुछ अभिभावक भी परिसर से अपने बच्चों को वापस ले गए। इसी क्रम में विश्वविद्यालय ने लापरवाही के आरोप में गर्ल्स हॉस्टल की दो वार्डेन को भी निलंबित कर दिया है। साथ ही हॉस्टल की टाइमिंग भी बदली जा रही है।
सभी मांगें स्वीकार किए जाने के बाद मध्यरात्रि बाद छात्रों ने धरना खत्म किया
वहीं अधिकारियों की ओर से सभी मांगें स्वीकार करने के बाद छात्रों ने रविवार को मध्यरात्रि बाद डेढ़ बजे धरना खत्म किया। यूनिवर्सिटी प्रशासन लगातार यह कह रहा है कि आरोपित छात्रा ने दूसरी लड़कियों के वीडियो नहीं बनाए थे। मामले में आईपीसी की धारा- 354 सी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और आरोपित छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। छात्राओं को मामले की एफआईआर कॉपी भी उपलब्ध कराई गई। पुलिस ने सोमवार को फिर दोहराया कि आरोपित छात्रा के मोबाइल में दो ही आपत्तिजनक क्लिप मिले हैं, वह भी उसके खुद के थे।
महिला पुलिस अधिकारियों की 3 सदस्यीय एसआईटी गठित
उधर पंजाब पुलिस ने आरोपों की जांच के लिए सोमवार को तीन सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस टीम में तीनों सदस्य महिलाओं को ही रखा गया हैं। पुलिस ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा की वरिष्ठ अधिकारी गुरप्रीत कौर देव की निगरानी में एसआईटी का गठन किया गया है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि टीम मामले की गहन जांच करेगी और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जांच पूरी गति से चल रही है।
इसी क्रम में विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार छात्रावास के समय जैसे कुछ मुद्दों को हल करने के लिए विद्यार्थियों और वरिष्ठ अधिकारियों की एक संयुक्त समिति का गठन किया गया है। यह कदम विद्यार्थियों के शौचालय क्षेत्र में अधिक गोपनीयता और छात्रावास के समय में छूट की मांग के बाद उठाया गया है।