नई दिल्ली, 13 दिसम्बर। संसद की कार्यवाही के दौरान बुधवार को सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई, जिसके बाद अत्यधिक सुरक्षायुक्त संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस बीच पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस पूरी घटना में छह लोग शामिल थे, इनमें से पांच लोगों को पकड़ लिया गया है और एक की तलाश जारी है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि सभी छह संदिग्ध गुरुग्राम में ठहरे थे और एक-दूसरे को जानते हैं। गिरफ्तार लोगों के पास से कोई मोबाइल फोन नहीं मिला, पूछताछ जारी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस संसद की सुरक्षा का उल्लंघन करने में शामिल चार आरोपितों के मोबाइल फोन ढूंढ़ रही है।
आरोपित सागर मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिन्हा के अतिथि के तौर पर आया था
संसद के अंदर और बाहर बवाल मचाने वाले चारों आरोपितों की पहचान नीलम (हरियाणा), अमोल शिंदे (महाराष्ट्र), सागर शर्मा और मनोरंजन डी (दोनों कर्नाटक) के रूप में की गई है। घटना के बाद सांसद दानिश अली ने बताया कि पकड़े गए एक युवक सागर के पास से जो पास मिला, वह मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिन्हा के अतिथि के तौर पर आया था।
मनोरंजन के पिता बोले – ‘यह गलत है, किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए‘
इस बीच गिरफ्तार आरोपितों में एक मनोरंजन के पिता देवराज ने मैसुरु में कहा, ‘यह गलत है, किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए। अगर मेरे बेटे ने कुछ अच्छा किया है, तो बेशक मैं उसका समर्थन करता हूं, लेकिन अगर उसने कुछ गलत किया है तो मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उसे फांसी दी जाए, यदि उसने समाज के लिए कुछ गलत किया है।’
नीलम की मां ने कहा – वह बेरोजगारी को लेकर चिंतित थी
वहीं, संसद के बाहर से पकड़े गए आरोपितों में से एक नीलम की मां ने जींद (हरियाणा) कहा, ‘वह बेरोजगारी को लेकर चिंतित थी। मैंने उससे बात की थी, लेकिन उसने मुझे दिल्ली के बारे में कभी कुछ नहीं बताया। वह मुझसे कहती थी वह इतनी उच्च योग्य है, लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है, इसलिए मर जाना बेहतर है।’
नीलम के छोटे भाई ने कहा, ‘हमें यह भी नहीं पता था कि वह दिल्ली गई थीं। हमें बस इतना पता था कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में थीं। वह परसों हमसे मिलने आई थीं और कल लौटीं। उन्होंने बीए, एमए, बी.एड, एम.एड, सीटीईटी, एम.फिल और नेट उत्तीर्ण किया है। उन्होंने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था।’