जोधपुर, 22 जून। राजस्थान में जोधपुर के सूरसागर इलाके में ईदगाह के द्वार के निर्माण को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में दो पुलिस अधिकारियों सहित कई लोग घायल हो गए। पुलिस आयुक्त राजेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात की हिंसा के सिलसिले में अब तक 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा छह पुलिस थाना क्षेत्रों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
सूरसागर इलाके में ईदगाह के द्वार के निर्माण को लेकर भड़की हिंसा
जोधपुर (पश्चिम) पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार यादव ने बताया कि सूरसागर इलाके में राजाराम चौक के पास ईदगाह के पीछे की तरफ द्वार के निर्माण को लेकर शुक्रवार रात झड़प हुई। इलाके के लोगों ने ईदगाह के पीछे की ओर द्वार के निर्माण का विरोध करते हुए कहा कि इससे उस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बढ़ जाएगी।
पुलिस के अनुसार, निर्माण कार्य शुक्रवार शाम को शुरू हुआ था। इसके बाद शुरू हुआ टकराव हिंसक हो गया तथा पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और पूरे इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है। उन्होंने कहा, ‘हमने धारा 144 लागू कर दी है और अब तक 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’
पथराव में दो पुलिस अधिकारी घायल, आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि बीती रात तनाव बढ़ गया और कुछ लोगों ने पथराव किया, जिसमें दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए। वहीं, एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक दुकान और एक ट्रैक्टर को आग लगा दी गई तथा एक जीप में तोड़फोड़ की गई। अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को वहां से खदेड़ दिया और आंसू गैस के चार-पांच गोले भी छोड़े।’
पुलिस को भी पथराव का सामना करना पड़ा
भीड़ को तितर-बितर करते समय पुलिस को भी पथराव का सामना करना पड़ा, जिससे कुछ समय के लिए पुलिस आगे नहीं बढ़ सकी। पुलिस ने दोनों समुदायों के वरिष्ठ लोगों की मदद से कुछ समय के लिए स्थिति को नियंत्रित कर लिया था, लेकिन अचानक पथराव होने पर स्थिति फिर तनावपूर्ण हो गई।
तनाव बरकरार, पुलिस के साथ ‘राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी’ बल तैनात
पुलिस के अनुसार, व्यापारियों का मोहल्ला, अंबोन का बाग और सुभाष चौक सहित कई इलाकों के घरों से पथराव किया गया। पुलिस उन घरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जहां से उस पर पथराव किया गया। हालांकि शुक्रवार देर रात तक स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इलाके में तनाव बरकरार है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार सुबह भी काफी संख्या में पुलिसकर्मी और ‘राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी’ बल को इलाके में तैनात रखा गया।
दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर 2 प्राथमिकी दर्ज की गई
पुलिस आयुक्त ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों के लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस टीम अब भी संदिग्धों को पकड़ने के लिए इलाके के घरों में छापेमारी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में हिंसा फैलाने, सरकारी काम में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और दंगा फैलाने समेत कानून के अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।