नई दिल्ली, 15 मार्च। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि राज्यों में 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के बैंक धोखाधड़ी के मामले समाने आये हैं लेकिन केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबाआई) को उसकी जांच की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुशील मोदी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुये कहा कि बैंकों से धोखाधड़ी के 100 से अधिक मामलें लंबित हैं लेकिन राज्य सरकारें सीबीआई से उसकी जांच की अनुमति नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा कि येस बैंक ने धोखाधड़ी के पांच मामलों की जांच की सिफारिश की है जो करीब 3364 करोड़ रुपये के हैं। इसी तरह से भारतीय स्टेट बैंक में तीन हजार करोड़ से अधिक के तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में चार हजार करोड़ रुपये से अधिक के धोखाधड़ी के मामले हुये हैं। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) भी इसका शिकार हुआ है।
उन्होंने कहा कि केवल मुंबई शहर में 13 हजार करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी के मामले लंबित हैं और राज्य सरकार इसकी जांच की अनुमति नहीं दे रही है। इसके बाद विपक्षी दल के कुछ सदस्य शोरगुल करने लगे तो सभापति ने उन्हें शांत कराया।