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उत्तराखंड धराली आपदा : मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख, ध्वस्त मकानों के लिए भी 5-5 लाख

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देहरादून/उत्तरकाशी, 9 अगस्त। उत्तराखंड में उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से आई भयानय प्राकृतिक आपदा के बाद आपदा रेस्क्यू ऑपरेशन जहां पांचवें दिन भी जारी रहा वहीं उत्तराखंड सरकार ने शनिवार को आपदा पीड़ितों के लिए सहायता राशि का एलान किया। इस क्रम में परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा वहीं जिन लोगों ने अपने मकान गंवाए हैं, उन्हें भी 5-5 लाख रुपये की त्वरित सहायता राशि दी जाएगी।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की कि उत्तरकाशी जिले की भटवाड़ी तहसील के धराली गांव में जिन लोगों के घर आपदा से पूरी तरह क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं, उनके पुनर्वास/विस्थापन के लिए 5 लाख रुपये की तत्काल सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, आपदा में मारे गए लोगों के परिवारों को भी 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी, ताकि उन्हें इस कठिन समय में आर्थिक संबल मिल सके।

स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण हेतु 3 सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा

सीएम धामी ने इसी क्रम में आपदा से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार और स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण हेतु तीन सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है। यह समिति सचिव, राजस्व की अध्यक्षता में गठित की गई है, जो एक सप्ताह के भीतर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी। यह जानकारी उत्तराखंड मुख्यमंत्री दफ्तर की तरफ से दी गई।

PNB ने आपदा प्रभावितों के लिए एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान की

वहीं पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान की है। पीएनबी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री आवास में सीएम धामी से मुलाकात की और उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल क्षेत्रों में आपदा से राहत कार्यों के लिए एक करोड़ रुपये का योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने बैंक प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह विनाशकारी आपदा से प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता और राहत कार्य प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण योगदान है।

मलबे में दबे ध्वस्त भवनों में जिंदगी तलाश रहीं रेस्क्यू टीमें

इस बीच लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हैं। सेना और आईटीबीपी के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस रेस्क्यू कार्य में जुटी है। भारतीय सेना की राजपूताना राइफल्स के 125 जवान, घातक टीम के 10 जवान, स्पेशल फोर्स के 30 जवान और BEG रुड़की के 250 जवान मलबे व कीचड़ के बीच लोगों को खोज रहे हैं। इसके अलावा सेना के 75 जवान और 7 खोजी कुत्ते मलबे में दबे लोगों का पता लगाने में जुटे हैं। इतना ही नहीं आईटीबीपी के 113 जवान पैदल मार्गों से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर राहत कार्य कर रहे हैं।

भर्ती 15 मरीजों में से चार को छुट्टी दे दी गई : स्वास्थ्य सचिव

उधर उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार ने कहा, ‘मैंने धराली में ग्राउंड जीरो का दौरा किया और हमारे स्वास्थ्य विभाग ने शिविर स्थापित किए हैं। मैं उत्तरकाशी के ज़िला अस्पताल का भी दौरा करूंगा, जहाँ कुछ मरीज भर्ती हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के तहत, स्वास्थ्य विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय सेना की टीमें एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। धराली में सात से नौ डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसके अलावा, 28 एम्बुलेंस और बैकअप एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। भर्ती 15 मरीजों में से चार को छुट्टी दे दी गई है। ज्यादातर लोगों को बचा लिया गया है और ऑपरेशन एक से दो दिन में पूरा हो जाएगा।’

फंसे लोगों को किया जा रहा एयरलिफ्ट

उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि बचाव अभियान के तहत फंसे लोगों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। आज करीब 100 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब कुछ ही लोग बचे हैं। धराली में संपर्क मार्गों को दुरुस्त किया जा रहा है। आपदा प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित की जा रही है। गंगनाली में वैली ब्रिज का कार्य जारी है। धराली में जलविद्युत परियोजना से विद्युत व्यवस्था बहाल कर दी गई है।

अब तक कुल 931 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है

उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी हर्षिल घाटी में चल रहे राहत और बचाव अभियान का ताजा अपडेट दिया है। प्राधिकरण के अनुसार शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक 202 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। इसे मिलाकर अब तक कुल 931 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है। बताया गया है कि हर्षिल से आज कुल 95 लोगों को मातली लाया गया। 107 लोगों को चिन्यालीसौड़ लाया गया।

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