नई दिल्ली, 19 दिसम्बर। शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की सुरक्षा में सेंध को लेकर उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है और उस मसले को लेकर सदन में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे विपक्षी सांसदों पर काररवाई का सिलसिला भी जारी है। इस क्रम में मंगलवार को लोकसभा से 49 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया है।
इन सांसदों को किया गया निलंबित
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद विपक्षी सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। उनमें फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, मनीष तिवारी, सुप्रिया सुले, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव और दानिश अली सहित अन्य विपक्षी सांसद शामिल हैं।
सदन के अंदर तख्तियां लाने पर हो रही काररवाई – प्रह्लाद जोशी
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘सदन के अंदर तख्तियां नहीं लाने का निर्णय लिया गया। हाल के चुनाव हारने के बाद हताशा के कारण वे ऐसे कदम उठा रहे हैं। यही कारण है कि हम सांसदों को निलंबित करने का एक प्रस्ताव ला रहे हैं।’
फारूक अब्दुल्ला ने अमित शाह से पूछा सवाल
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछा कि पुलिस किसके हाथ में है? वह गृह मंत्रालय के अधीन है। क्या हो जाता, यदि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद में आकर पांच मिनट बयान दे देते और कह देते कि हम काररवाई कर रहे हैं।
सही बात सुनना नहीं चाहती सरकार – अखिलेश यादव
वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार सही बात सुनना नहीं चाहती। भाजपा से यह पूछना चाहिए कि वे लोकतंत्र का मंदिर बोलते हैं। हम सब अपने भाषणों में लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं। ये किस मुंह से इसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं, जब ये विपक्ष को बाहर कर रहे हैं। यदि ये बार सरकार में आ गए तो यहां बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान नहीं बचेगा।
‘लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है सांसदों पर काररवाई‘
अखिलेश यादव की पत्नी और सपा सांसद डिंपल यादव ने भी विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘आज लगभग 40 से ज्यादा सांसद निलंबित हुए हैं। कल भी लोकसभा और राज्यसभा में मिलाकर 80 से ज्यादा सांसद निलंबित हुए। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। जो वातावरण हम देख रहे हैं, जहां हम संसद में अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं, वह सरकार की पूरी विफलता को दर्शाता है।’
अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर साधा निशाना
संसद से शेष सत्र के लिए पहले ही निलंबित किए जा चुके लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह संसद के अंदर अराजकता के अलावा और कुछ नहीं है। उन्हें हमारे देश की संसदीय प्रणाली पर भरोसा नहीं है। इसलिए संसद में अराजकता, अराजकता और अराजकता के अलावा कुछ नहीं है।’
अब तक 141 सांसदों पर हो चुकी है काररवाई
गौरतलब है कि संसद सुरक्षा चूक की घटना को लेकर सोमवार को विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया था, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा से 78 विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। हालांकि, आज 49 और सांसदों पर काररवाई हुई है। अब तक 141 विपक्षी सदस्यों को संसद से बचे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया जा चुका है। सत्र में अब दो-तीन दिन ही शेष हैं।