अंकारा, 12 फरवरी। तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद लूटपाट के आरोप में 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। समाचार एजेंसी अनादोलु ने कहा कि गत छह फरवरी को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद लूटपाट की जांच के तहत आठ अलग-अलग प्रांतों में संदिग्धों को पकड़ा गया है। इस बीच भूकंप और उसके बाद के झटकों ने तुर्की और सीरिया में 28,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है
राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने पहले ही चेतावनी दी थी कि तुर्की लूटेरों पर नकेल कसेगा। भूकंप प्रभावित दियारबाकिर प्रांत के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, ‘हमने आपात स्थिति की घोषणा की है। इसका मतलब यह है कि अब से लूट या अपहरण में शामिल लोगों को पता होना चाहिए कि राज्य का मजबूत हाथ उनकी पीठ पर है।’ अर्दोआन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित दक्षिणपूर्वी तुर्की के 10 प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की थी।
तुर्की में ही मृतकों का आंकड़ा लगभग 25 हजार जा पहुंचा है
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में मरने वालों की संख्या शनिवार रात तक 28,192 तक पहुंच गई। तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तुर्की में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24,617 हो गई है। वहीं सीरिया में उत्तर पश्चिम में विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,167 सहित 3,575 मौतों की पुष्टि हुई है। शनिवार को दक्षिण-पूर्वी शहर सान्लिउफा में अर्दोअन ने कहा कि 80,104 लोग घायल हुए हैं।
लापता भारतीय नागरिक का शव मालट्या के होटल के मलबे के नीचे पाया गया
इस बीच भूकंप के बाद से लापता एक भारतीय नागरिक को एनाटोलिया क्षेत्र के मालट्या शहर में एक होटल के मलबे के नीचे मृत पाया गया। तुर्की में भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी। मृतक की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है, जो तुर्की की
विजय के पार्थिव शरीर को उनके परिवार तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही
भारतीय दूतावास, अंकारा ने ट्वीट किया, ‘हम दु:ख के साथ सूचित करते हैं कि तुर्की में 6 फरवरी के भूकंप के बाद से लापता भारतीय नागरिक विजय कुमार के नश्वर अवशेष मिले हैं और मालट्या में एक होटल के मलबे से उसकी पहचान की गई है, जहां वह एक व्यापार यात्रा पर थे।’ एक अन्य ट्वीट में दूतावास ने लिखा, ‘विजय कुमार के परिवार और प्रियजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना। हम उनके पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द उनके परिवार तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं।’
उत्तराखंड के रहने वाले विजय कुमार बेंगलुरु में गैस-प्लांट कम्पनी ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में टेक्नीशियन पद पर कार्यरत थे और गत 25 जनवरी को तुर्की गए थे, जहां वह मालट्या के एक होटल में रह रहे थे। कुमार को मालट्या में एसिटिलीन गैस संयंत्र की स्थापना और चालू करने के लिए तुर्की में प्रतिनियुक्त किया गया था। उनके शोक संतप्त परिवार में पत्नी पिंकी और एक छह वर्षीय बेटा है।
गौरतलब है कि तुर्की में रहने वाले भारतीयों की संख्या लगभग 3,000 है। इनमें लगभग 1,800 इस्तांबुल और उसके आसपास रहते हैं जबकि 250 अंकारा में हैं और बाकी पूरे देश में फैले हुए हैं।