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जम्मू-कश्मीर पुलिस भर्ती घोटाले में एएसआई, सीआरपीएफ कांस्टेबल सहित और 4 आरोपित गिरफ्तार

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नई दिल्ली, 7 नवम्बर। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस में उपनिरीक्षकों की भर्ती से जुड़े घोटाले में पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक कांस्टेबल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के एएसआई अशोक कुमार, सीआरपीएफ के कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह और दो निजी व्यक्तियों – प्रदीप कुमार तथा बजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। प्रदीप उस प्रिंटिंग प्रेस में पैकिंग प्रभारी था, जहां प्रश्न पत्र छपा था।

प्रश्न पत्र पाने के लिए कथित तौर पर 20-30 लाख रुपये का भुगतान

उन्होंने कहा कि सभी आरोपितों को जम्मू बुलाया गया, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के बाद एक विशेष अदालत में पेश किया गया। घोटाले की सीबीआई जांच से पता चला है कि कुछ अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र की अग्रिम प्रति प्राप्त करने के लिए कथित तौर पर 20-30 लाख रुपये का भुगतान किया था।

अब तक कुल 13 आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार

एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘सीबीआई ने अब तक जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो कांस्टेबल, एक सीआरपीएफ अधिकारी, सीआरपीएफ के एक पूर्व कांस्टेबल, जम्मू-कश्मीर सरकार के एक शिक्षक, बीएसएफ के एक कमांडेंट और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक एएसआई सहित 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।’

अधिकारियों ने कहा कि ओखला स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में पैकिंग प्रभारी के रूप में काम करने वाले कुमार ने पैकिंग के समय परीक्षा के प्रश्न पत्र को कथित रूप से चुरा लिया और इसे रेवाड़ी स्थित यतिन यादव को बेच दिया, जिसे पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई के अनुसार, यादव ही वह व्यक्ति था, जिसने लीक हुए प्रश्न पत्र की बिक्री के वास्ते अभ्यर्थी ढूंढ़ने के लिए जम्मू-कश्मीर स्थित अन्य दलालों से संपर्क किया था।

अधिकारियों ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले एएसआई अशोक कुमार द्वारा जुटाए गए वाहनों में अभ्यर्थियों को जम्मू से करनाल पहुंचाया गया। बजिंदर सिंह पर आरोप है कि उसने करनाल में एक होटल की व्यवस्था की थी जहाँ अभ्यर्थियों को लीक प्रश्न पत्र सौंपे गए थे। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह ने कथित तौर पर कुछ अभ्यर्थियों को लीक हुआ प्रश्नपत्र मुहैया कराया।

33 आरोपितों के खिलाफ दर्ज किया गया था मामला

गौरतलब है कि इस वर्ष चार जून को परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। परीक्षा में कदाचार के आरोप सामने आने के बाद केंद्रशासित प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया। सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कहा था कि उसने जम्मू-कश्मीर सरकार के अनुरोध पर 33 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।