इम्फाल, 1 अक्टूबर। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को जानकारी दी कि बीते दिनों अपहृत दो छात्रों की मौत के पीछे के चार ‘मुख्य आरोपितों’ को चुराचांदपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है।
गौरतलब है कि दो छात्रों – फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइनगांबी (17) की मौत की जानकारी तब सामने आई, जब गत 25 सितम्बर को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर उनकी हत्या से पहले और बाद की तस्वीरें पोस्ट की गईं।
सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्या के दोषियों को ‘मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा’ मिले। उनके अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हत्या की जांच के लिए विशेष निदेशक के नेतृत्व में केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम भेजे जाने के कुछ दिनों बाद रविवार को एक सफलता मिली।
I’m pleased to share that some of the main culprits responsible for the abduction and murder of Phijam Hemanjit and Hijam Linthoingambi have been arrested from Churachandpur today.
As the saying goes, one may abscond after committing the crime, but they cannot escape the long…
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) October 1, 2023
उन्होंने कहा, ‘वे कुछ दिनों से यहां डेरा डाले हुए हैं और भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, असम राइफल्स और राज्य पुलिस के सहयोग से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।’ दोनों छात्रों के लापता शवों के बारे में पूछे जाने पर बीरेन सिंह ने कहा, ‘आरोपितों से पूछताछ के बाद उनके शवों की खोज की जाएगी।’
उल्लेखनीय है कि दोनों छात्र गत छह जुलाई से लापता थे और राज्य सरकार द्वारा 23 सितम्बर को इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बहाल करने की घोषणा के कुछ दिनों बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। राज्य में इंटरनेट सेवाएं पहली बार मई में निलंबित की गई थीं, जब पहली बार मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी।
छात्रों की मौत की खबर सामने आने के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोषियों के खिलाफ काररवाई की मांग को लेकर 26 और 27 सितम्बर को सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए। पुलिस के साथ झड़प में कम से कम 45 प्रदर्शनकारी, जिनमें अधिकतर छात्र थे, घायल हो गए थे।