लखनऊ, 29 मार्च। उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा में 50 नवनिर्वाचित सदस्यों ने मंगलवार को शपथ ग्रहण किया और सोमवार को शपथ लेने वाले विधायकों को मिलाकर यह संख्या 393 पहुंच गई है। हालांकि 403 सदस्यों वाली विधानसभा में पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव और मो. आजम खान समेत 10 सदस्यों का शपथ ग्रहण अब भी बाकी है।
विधानसभा से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को 343 विधायकों ने शपथ ली थी जबकि मंगलवार को 50 विधायकों ने शपथ ग्रहण किया। इस क्रम में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा अध्यक्ष की पीठ से मंगलवार को 40 से अधिक विधायकों को विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ दिलाई।
सुरेश खन्ना बोले – बचे विधायकों को अब सत्र शुरू होने पर दिलाई जाएगी शपथ
सुरेश खन्ना ने कहा कि बचे विधायकों को अब विधानसभा सत्र शुरू होने पर शपथ दिलाई जाएगी। जो 10 विधायक अबी शपथ नहीं ले सके हैं, उनमें समाजवादी पार्टी के शिवपाल सिंह यादव, सीतापुर कारागार में निरुद्ध मो. आजम खान और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम, भाजपा से गोरखपुर के कैंपियरगंज से निर्वाचित फतेह बहादुर सिंह आदि शामिल हैं।
मो. आजम खान को जेल से विधानसभा आने की अनुमति नहीं मिली
मो. आजम खान के बारे में जानकारी मिली है कि अदालत ने शपथ ग्रहण के लिए उन्हें विधानसभा में ले जाने की अनुमति देने की जेल प्रशासन की याचिका खारिज कर दी थी। वहीं शिवपाल सिंह यादव सपा विधायक दल की बैठक में भागीदारी का न्यौता न मिलने से नाराजगी के बाद सैफई लौट गए थे और अब तक लखनऊ नहीं लौटे हैं।
सदन में दूसरे दिन भी कई बार गूंजे ‘जय श्रीराम’ के नारे
इस बीच विधानसभा चुनाव में गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से सर्वाधिक अंतर (2.14 लाख) से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बनाने वाले सुनील कुमार शर्मा ने भी मंगलवार को शपथ ली। कुशीनगर जिले के तमकुहीराज से उत्तर प्रदेश की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पराजित कर विजयी हुए डॉक्टर असीम कुमार ने जब शपथ ली तो सदन में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे गूंजे।
सपा विधायक तूफानी सरोज ने शपथ लेने के बाद ‘जय भीम’ और ‘जय समाजवाद’ का नारा लगाया और उनके बाद शपथ लेने आये भाजपा के दीनानाथ भास्कर ने भी ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया।
सेवापुरी विधायक नील रतन पटेल ‘नीलू’ ने ह्वील चेयर पर बैठकर शपथ ली
वाराणसी की सेवापुरी सीट से निर्वाचित विधायक नील रतन सिंह पटेल ‘नीलू’ ह्वील चेयर पर सदन में आए। संसदीय कार्य मंत्री खन्ना ने उन्हें ह्वील चेयर पर बैठे-बैठे ही शपथ लेने की अनुमति दी, जिसके बाद पटेल ने अपने स्थान से ही शपथ ली।