वडोदरा, 19 जनवरी। गुजरात में वडोदरा स्थित हरनी झील में एक नौका दुर्घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को एक ठेकेदार के प्रबंधक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। गुरुवार की दोपहर हुए हादसे में न्यू सनराइज स्कूल के 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई थी।
कोटिया प्रोजेक्ट्स के साझेदारों सहित 18 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
हरनी पुलिस ने कोटिया प्रोजेक्ट्स के साझेदारों सहित 18 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस उपायुक्त पन्ना मोमाया ने कहा, ‘हम हरनी लेक जोन के प्रबंधक शांतिलाल सोलंकी और दो नाव संचालकों – नयन गोहिल और अंकित को पहले ही गिरफ्तार कर चुके हैं। अन्य दोषियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। इस हादसे में स्कूल के 12 छात्रों और दो शिक्षिकाओं की मौत हो गई थी। झील में बचाव अभियान गुरुवार की रात समाप्त हो गया।’
झील में नाव डूबने से 12 छात्रों और दो शिक्षिकाओं की हुई थी मौत
प्राथमिकी के अनुसार, कोटिया प्रोजेक्ट्स को 2017 में वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) द्वारा मनोरंजन केंद्र, हरनी लेक जोन के संचालन और रखरखाव का ठेका दिया गया था। वीएमसी के इंजीनियर राजेश चौहान ने अपनी शिकायत में कहा कि फर्म, उसके मालिकों, प्रबंधकों और नाव संचालकों ने कई मामलों में आपराधिक लापरवाही बरती है, चाहे वह नावों का रखरखाव न करना हो या पर्याप्त संख्या में जीवन रक्षक उपकरण न रखना हो।
सिर्फ कुछ छात्रों को जीवन रक्षक जैकेट उपलब्ध कराई गई थीं
शिकायत के अनुसार, यह भी पता चला कि केवल कुछ छात्रों को जीवन रक्षक जैकेट उपलब्ध कराई गई थीं और उन्हें कोई निर्देश नहीं दिए गए थे। प्राथमिकी में कहा गया है कि क्षमता से अधिक सामान होने के कारण नाव पहले हिलने लगी और फिर पलट गई।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार की देर शाम घटनास्थल का दौरा किया था और जीवित बचे लोगों और मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए जाह्नवी अस्पताल और सरकारी एसएसजी अस्पताल का दौरा किया था। पटेल ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय दमकल विभाग समेत अन्य एजेंसियों के कर्मियों द्वारा किए जा रहे बचाव अभियान की भी निगरानी की।