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जम्मू-कश्मीर : बडगाम में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में राहुल भट के हत्यारे लतीफ सहित लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकी ढेर

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श्रीनगर, 10 अगस्त। जम्मू-कश्मीर के बडगाम में बुधवार को सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है, जब उन्होंने एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा के छिपे हुए तीनों आतंकी को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों में लतीफ राथर भी शामिल था, जिसने कुछ माह पूर्व कश्मीरी पंडित राहुल भट और अमरीन भट सहित कई नागरिकों की हत्या की थी।

दरअसल, बडगाम के वाटरहेल इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच सुबह से मुठभेड़ जारी थी, जिसमें जवानों ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को घेर लिया था। मारे गए तीनों आतंकियों के पास से ढेरों हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। पूरे इलाके को घेर लिया गया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

वहीं आईजीपी कश्मीर, विजय कुमार ने बडगाम एनकाउंटर पूरा होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया, ‘लश्कर-ए-तैयबा के छिपे हुए तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। घटनास्थल से उनके शव निकाले जा रहे हैं, पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। हमारे लिए यह एक बड़ी सफलता है।’

राहुल भट की हत्या के बाद घाटी में माहौल काफी तनावपूर्ण बन गया था

लतीफ राथर ने इसी साल 12 मई को राजस्व विभाग में कार्यरत राहुल भट को गोलियों से भून दिया था। उस हत्या के बाद से ही घाटी में माहौल काफी तनावपूर्ण बन गया था। लंबे समय बाद कश्मीर से पंडितों का पलायन देखने को मिला था। ज्यादातर कश्मीरी पंडित जम्मू की ओर अग्रसर हो गए थे। सड़कों पर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिले। तब राहुल भट के लिए तो न्याय मांगा ही गया था, मोदी सरकार के खिलाफ भी नारे लगाए गए थे। आरोप लगाया गया कि कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दी गई।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद से घाटी में आतंकी घटनाओं में कमी देखने को मिली है

फिलहाल आंकड़े बताते हैं कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से घाटी में आतंकी घटनाओं में कमी देखने को मिली है। इनमें लॉ एंड ऑर्डर की घटनाएं जो 5 अगस्त, 2016 से 4 अगस्त, 2019 के बीच में 3686 हुई थीं, वे 5 अगस्त, 2019 से 4 अगस्त, 2022 के बीच सिर्फ 438 ही हुईं। इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर की घटनाओं में अनुच्छेद 370 हटाए जाने से तीन साल पहले 124 नागरिकों की मौत हुई थी, जो स्पेशल स्टेटस हटाए जाने के बाद शून्य हो गईं।