नई दिल्ली, 18 जनवरी। बिलकिस बानो रेप केस के 11 दोषियों में तीन ने जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए समय बढ़ाने की मांग करते हुए अब सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दोषियों के वकील द्वारा तत्काल सुनवाई के लिए उनकी याचिका का उल्लेख करने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट याचिका को सूचीबद्ध करने पर सहमत हुआ है क्योंकि आत्मसमर्पण करने का समय 21 जनवरी को समाप्त हो रहा है। अब तीन दोषियों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार, 19 जनवरी को सुनवाई होगी।
दोषियों की याचिका पर शुक्रवार को होगी सुनवाई
उल्लेखनीय है कि गुजरात में 2002 में हुए दंगों के दौरान बिलकिस बानो 21 वर्ष की थीं और पांच महीने की गर्भवती थीं। उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनकी तीन साल की बेटी सहित परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई थी। वहीं गुजरात सरकार ने इस मामले के सभी 11 दोषियों को सजा में छूट देकर 15 अगस्त, 2022 को रिहा कर दिया था।
दोषियों को सजा में दी गई छूट सुप्रीम कोर्ट ने 8 जनवरी को रद कर दी थी
फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों को सजा में दी गई छूट गत आठ जनवरी को रद कर दी थी और दोषियों को दो सप्ताह के भीतर जेल अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गुजरात सरकार को छूट का आदेश पारित करने का अधिकार नहीं था।