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बिहार : गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब का कहर, 2 दिनों में 23 लोगों की मौत, 14 की हालत गंभीर

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पटना, 4 नवंबर। बिहार के गोपालगंज और बेतिया जिले में  जहरीली शराब ने कहर बरपा रख है। बीते दो दिनों में राज्य के इन दो जिलों में अब तक 23 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 14 की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। इनमें तीन लोग ऐसे हैं, जिनकी आंखों की रोशनी चली गई है।

गोपालगंज में अब तक 13 मौतें, बेतिया में गईं 10 जानें

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोपालगंज में अब तक 13 लोगों की मौत हुई है जबकि सात की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। उधर बेतिया में 10 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सात लोगों की हालत यहां भी गंभीर है। शुरूआती छानबीन में पता चला है कि पंचायत चुनाव की वोटिंग से पहले इन जगहों पर शराब बांटी गई थी।

गोपालगंज में बुधवार शाम तक आठ लोगों की मौत हुई थी, लेकिन गुरुवार सुबह तक मोतिहारी और गोपालगंज के अस्पताल में भर्ती पांच और लोगों की मौत हो गई। प्रशासन फिलहाल जहरीली शराब से हुई मौतों की संख्या की पुष्टि नहीं कर रहा है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।

खनन मंत्री जनक राम ने दिया कड़ी काररवाई का आश्वासन

खनन मंत्री जनक राम बुधवार को जहरीली शराब से जान गंवाने वाले आठ लोगों के घर परिजनों से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने कड़ी काररवाई का आश्वासन भी दिया। बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब की डिमांड बढ़ी। इस वजह से शराब माफिया ने कलर और स्प्रिट की मात्रा बढ़ा दी। इससे बनी शराब को विदेशी बताकर पिलाने के कारण लोगों की जानें जा रही हैं। बेतिया के डीएम कुंदन कुमार का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है, फिलहाल मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जा रही है।

राज्य में शराबबंदी के बाद भी नहीं रुक रहा मौतों का सिलसिला

सरकारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में 5 अप्रैल, 2016 को शराबबंदी हुई थी और तब से अब तक 123 लोगों की मौत जहरीली शराब से हो चुकी है। इस वर्ष मामला रिकॉर्ड तोड़ रहा है क्योंकि जनवरी से अब तक 86 लोगों की मौत हो चुकी है। 2016 से 2020 तक 35 लोगों की मौत हुई थी।

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