चमोली, 19 जुलाई। उत्तराखंड के चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के पास बुधवार को दर्दनाक हादसा हो गया, जहां एक ट्रांसफार्मर फटने के बाद करंट फैलने के कारण छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई।
कई घायलों की हालत गंभीर, बढ़ भी सकती है मृतकों की संख्या
बताया जा रहा है कि अलकनंदा नदी के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत कार्य चल रहा था। इसी दौरान ट्रांसफॉर्मर ब्लास्ट होने के बाद करंट फैल गया, जिससे यह हादसा हुआ। हादसे में कई लोग जख्मी भी हो गए हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। इससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
सीएम धामी ने हादसे की न्यायिक जांच के दिए आदेश
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हादसे की जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि यह लापरवाही किसकी थी या इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है? फिलहाल चमोली जैसे छोटे जिले में इतनी बड़ी घटना होने के बाद पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं।
मृतकों में पीपलीकोट के आउटपोस्ट इंचार्ज भी शामिल
डीजीपी अशोक कुमार ने मीडिया से कहा कि जिन 10 लोगों की मौत हुई है, उनमें पीपलीकोट के आउटपोस्ट इंचार्ज भी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि हादसे में एक सब इंस्पेक्टर और होमगार्ड्स के पांच जवानों समेत छह पुलिसकर्मियों की भी जान चली गई है। चमोली के एसपी परमेंद्र डोभाल ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप, प्रोजेक्ट का काम रोका गया
वहीं हादसे को लेकर नाराज लोग ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। वे निगम के खिलाफ काररवाई की मांग कर रहे हैं। इधर हादसे के जानकारी होते ही प्रोजेक्ट का काम रोक दिया गया है। फिलहाल बचाव और राहत के लिए टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।