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अमरनाथ गुफा के पास बड़ा हादसा : बादल फटने से 15 श्रद्धालुओं की मौत, श्राइन बोर्ड ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

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श्रीनगर/नई दिल्ली, 8 जुलाई। कश्मीर घाटी में शुरुवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास बादल फट गया। इसमें कम से कम 15 श्रद्धालुओं की मौत की मौत हो गई है जबकि कई यात्री लापता लापता बताए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य जारी था।

अचानक आई बाढ़ के सैलाब में 30 से ज्यादा टेंटों के बहने की आशंका

दरअसल, बादल फटने के बाद अचानक बाढ़ आ गई और सैलाब टैंटों के बीच से बहने लगा था। अचानक आई इस आपदा से श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया। बताया जा रहा है कि सैलाब में 30 से ज्यादा टेंट बह गए। आज बाबा बर्फानी के करीब 8-10 हजार भक्त यात्रा में शामिल थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार बालटाल का रास्ते पर भी आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें लगाई थीं। वहां मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी

इस बीच श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से सीईओ ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। जिनके परिजन अमरनाथ यात्रा पर गए हैं, वो इन नंबरों से जानकारी ले सकते हैं।

इसके अलावा श्री अमरनाथजी यात्रा पर निकलने वाले तीर्थयात्रियों के लिए टोल फ्री नंबर (जम्मू : 18001807198, श्रीनगर : 18001807199) जारी किए गए हैं।

इसके पूर्व देऱ शाम एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया था, ‘अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की सूचना मिली थी। एक टीम पवित्र गुफा के पास ही है। हमने आस-पास तैनात टीमों को भी वहां रवाना कर दिया है। अभी हम कंफर्म नहीं कर सकते कि कितने लोगों की मौत हुई है। कुल कितने लोगों की मौजदूगी थी, यह भी तय नहीं है।’

उन्होंने बताया कि रेस्क्यू को लेकर चुनौती मौसम की है। वहां की भौगोलिक स्थिति और ऊंचाई की भी चुनौती होगी, लेकिन जवान काफी प्रशिक्षित हैं। उन्हें कोई समस्या नहीं होगी।

कितने लोग लापता, अभी नहीं कह सकते : आईटीबीपी

वहीं आईटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडेय ने बताया था कि मौजूद श्रद्धालुओं को पहले ही जानकारी दे दी गई थी कि वे वहां से चले जाएं क्योंकि अचानक तेज बारिश होने लगी थी। साथ ही यात्रा को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया था। जहां यह घटना हुई है, इसे लोअर होली केव बोलते हैं। बीते साल भी इसी तरह पानी आया था, इसलिए जवान पहले से ही अलर्ट पर थे।

उन्होंने बताया कि इलाके में कई टेंट बह गए। अभी जानकारी नहीं मिल पाई है कि कितने लोग लापता हैं। जानकारी के अनुसार पानी के बहाव के बीच में 30-40 टेंट आ गए थे। हम लोग स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। दरअसल नेटवर्क की भी दिक्कत सामने आ रही है।’

पीएम मोदी ने घटना पर जताया दुख

इस बीच अमरनाथ गुफा के पास हुई इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। राज्यपाल मनोज सिन्हा जी से हालात का जायजा लिया है। बचाव और राहत कार्य जारी है। प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान की जा रही है।’

अमित शाह बोले – लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता

वहीं इस घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट में जानकारी दी, ‘बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आई फ्लैश फ्लड के संबंध में मैंने एलजी मनोज सिन्हा जी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं।’

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