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कोलकाता में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के हत्यारे को 14 दिनों की पुलिस हिरासत, सीएम ममता बोलीं – ‘यह मेरी व्यक्तिगत क्षति’

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कोलकाता, 10 अगस्त। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में हत्यारे को 14 दिनों की कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शनिवार को सियालदह अदालत में पेश किया था। न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष का अनुरोध स्वीकार करते हुए आरोपित को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

गौरतलब है कि 31 वर्षीया डॉक्टर का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल के अंदर मिला था। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक लेडी डॉक्टर की हत्या से पहले उसका बर्बरता पूर्वक यौन उत्पीड़न किया गया था।

ब्लूटूथ ईयरबड के जरिए संदिग्ध आरोपित तक पहुंची पुलिस

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित संस्थान से बाहर का है। मेडिकल कॉलेज के ज्यादातर डिपार्टमेंट में उसकी आसानी से आवाजाही थी। उसकी गतिविधियां काफी संदिग्ध हैं और वह सीधे तौर पर अपराध में शामिल प्रतीत होता है। पुलिस को घटनास्थल पर ब्लूटूथ ईयरबड का एक फटा हुआ हिस्सा मिला था। इसी सुराग के जरिए वह आरोपित तक पहुंच पाई। कई डॉक्टरों ने भी सीसीटीवी से अपराधी की पहचान की है।

सीएम ममता ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने का दिया निर्देश

इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्रूर घटना पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘यदि जरूरत पड़ी तो आरोपितों को फांसी दी जाएगी। हालांकि मैं फांसी की सजा का समर्थक नहीं हूं, लेकिन उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। एक आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक भी डॉक्टर को कोई भी समस्या न हो।’

डॉक्टरों की गुस्सा जायज, पुलिस ने मान लीं हैं उनकी मांगें

ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसा है। उनका (रेजिडेंट डॉक्टरों का) गुस्सा और मांग जायज है। मैं इसका समर्थन करती हूं। पुलिस ने भी उनकी मांगें मान ली हैं। मैं कल झारग्राम में थी, लेकिन सभी घटनाक्रमों पर नजर रख रही थी। मैंने पीड़ित परिवार से बात की है और उचित काररवाई का आश्वासन दिया है।’

सिविक वालंटियर है हत्यारोपित संजय रॉय

सूत्रों से पता चला है कि आरोपित का नाम संजय रॉय है, जो पेशे से सिविक वालंटियर है। ऐसे वालंटियर संविदा कर्मचारी होते हैं, जो यातायात प्रबंधन के लिए संबंधित पुलिस इकाइयों में पुलिसकर्मियों की सहायता करते हैं। वे राज्य में प्रमुख त्योहारों के दौरान और उन स्थानों पर भी पुलिस की सहायता करते हैं, जहां वाहनों की अनधिकृत पार्किंग होती है।

आरोपित के सहयोगियों की तलाश में जुटी पुलिस टीम

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘अब हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आरोपित के साथ और कौन-कौन था। उसकी आवश्यक चिकित्सा जांच कराई जा सकती है। महिला डॉक्टर की मौत की जांच के सिलसिले में पुलिस ने शुक्रवार रात दो इंटर्न डॉक्टरों से भी पूछताछ की थी। मृतका मेडिसिन विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और गुरुवार रात ड्यूटी पर थी। उसके शव पर चोट के कई निशान थे।