सिकरहना, 15 दिसम्बर। जन सुराज पदयात्रा पर निकले जाने माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने छपरा में जहरीली शराब से तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत पर गुरुवार को यहां राज्य सरकार को फिर घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण यह घटना हुई है। सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
प्रशांत किशोर ने ढाका प्रखंड के करमावा स्थित पावरहाउस के मैदान में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में शराबबंदी के सात-आठ साल बाद भी खुलेआम शराब बेची जा रही है और लोग इसका सेवन करने से मर रहे हैं। ऐसे में सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर राज्य में किस प्रकार की शराबबंदी है। नीतीश सरकार की शराबबंदी सिर्फ अफसरों और लोगों को शपथ दिलाने तक सीमित होकर रह गई है।
पीके ने भाजपा व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी लपेटा
विधानसभा सत्र के दौरान हंगामा करने वाले भाजपा नेताओं पर भी पीके ने हमला बोला।उन्होंने कहा कि आप भी नीतीश सरकार में बराबर के सहभागी थे। उस समय शराबबंदी पर आपने क्या किया।
प्रशांत किशोर ने अपने हमले के लपेटे में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी लिया और कहा कि जब वे विपक्ष में थे तो शराबबंदी के खिलाफ आवाज उठा रहे थे और सरकार में आने के बाद उसका बचाव कर रहे हैं। इस तरह की घटनाए पहले भी होती रही हैं। इसके बावजूद सरकार ने कभी इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया। अगर सरकार गंभीर रहती और उस दिशा में काम करती तो इतने लोगों की जान नहीं जाती।